यह अंतिम यात्रा काफी भव्य होगी। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारियां की कई हैं। इस पूरी अंतिम यात्रा के दौरान कुल 33 किमी की मानव श्रृंखला बनायी जाएगी। वहीं अंतिम यात्रा की अगुवाई 500 से अधिक बाइक और कार करेंगे। किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए मांडर में वनवे रूट किया गया है।
कान्टेंट लिवेंस हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक फादर जार्ज के अनुसार तसय कार्यक्रम के अनुसार अंतिम यात्रा 10.30 बजे मांडर से निकलेगी जो विभिन्न जगहों से होते हुए एक बजे कटहल मोड़, दो बजे सुजाता चौक और 2.30 बजे पुरुलिया रोड पहुंचेगी।