अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले बिहार के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार विधायक जी अपने एक कारनामे को लेकर चर्चा में आए हैं। दरअसल, गोपाल मंडल अपनी पोती अवनी के सिटी स्कैन करवाने के लिए मायागंज के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान वह अस्पताल में पिस्तौल के साथ दाखिल जबकि उनके हु साथ सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। विधायक के हाथ हथियार देखकर लोग काफी डर गए। वहीं थोड़ी देर बाद विधायक जी खुद अस्पताल से बाहर निकल गए। लेकिन जब मामले फैला तो बवाल मच गया।
पीछे चोर-बदमाश लगे होने से लेकर घूमते हैं
जब बात फैली और इसका वीडियो और फोटो तेजी से वायरल होने लगा तो गोपाल मंडल ने ऐसी किसी कारमाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया। लेकिन बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनके पीछे चोर-बदमाश लगे हुए थे कि जान ले लेंगे। अब जब से एमपी बनने की तैयारी में हैं, राजनीतिज्ञ लोग लगे हुए हैं कि यह जिंदा रहेगा तो एमपी बन जाएगा। इसलिए हाथ में रिवाल्वर रखते हैं, जरा भी इधर-उधर हुआ बिना देर किए ठोंक देंगे।
विवादों से पुराना नाता
बता दें कि विधायक गोपाल मंडल का विवादों से पुराना नाता रहा है। हालांकि, हर विवाद पर बड़ी ही साफगोई से अपनी बात भी रखते हैं। कभी गोपालपुर से आए मरीज के उपचार में देरी पर एक डाक्टर को एके-47 से भून देने की धमकी तो कभी डीएसपी मुख्यालय को इलाके के युवक की बेरहमी से पिटाई करने पर गंगा में फेंक देने की धमकी दे चुके हैं।