बिहार के बगहा से बड़ी खबर सामने आई है. यहां के चौतरवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में कुछ बच्चों की धतूरा खाने से तबियत बिगड़ गई. बच्चों को आनन-फानन में स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां से तीनों बच्चों को अनुमंडलीय अस्पताल बगहा रेफर कर दिया गया है. SDH बगहा में ड्यूटी में तैनात डॉ विद्यानंद पाल व डॉ केबीएन सिंह ने सभी बच्चों का प्राथमिक उपचार किया. डॉक्टर ने बताया कि तीनों बच्चों को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए लाया गया था. स्थिति नाजुक देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए GMCH बेतिया रेफर कर दिया गया है. तीनों बच्चे एक ही परिवार के बताए गए हैं. बीमार बच्चों की पहचान सुधई साह के 3 वर्षीय पुत्री छोटी कुमारी व 2 वर्षीय कन्हैया कुमार और किशोर साह के 6 वर्षीय पुत्र गोधन कुमार के रुप में हुई है. परिजनों ने बताया कि बच्चों ने गलती से अमरूद समझकर धतूरा का सेवन कर लिया. इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है. इस घटना के बाद पूरा गांव अपने-अपने बच्चों को बड़ा संभालकर रख रहा है. इसी तरह का एक मामला औरंगाबाद से भी सामने आया है. यहां एक साथ 4 सहेलियों ने सल्फास खा लिया है. चारो लड़कियों में दो सगी बहनें बताई जा रही हैं. सभी की उम्र 18 से 20 साल के बीच बताई जा रही है. लड़कियों के परिजनों का कहना है कि लड़कियों ने अमरूद के साथ नमक की जगह सल्फास खा लिया. जिससे उनकी तबियत बिगड़ गई. इस मामले में 2 लड़कियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लड़कियां अभी भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही हैं.