राँची जिले के मुखिया यानी डीसी और एसएसपी सहित सभी अधिकारी समाहरणालय (कलेक्ट्रेट) में बैठते हैं। यहां रोजाना अधिकारियों, अधिवक्ताओं सहित हजारों आम लोगों का मूवमेंट होता है। लेकिन कलेक्ट्रेट परिसर के मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। कलेक्ट्रेट धोबी घाट बन गया है। ब्लॉक-बी के मुख्य द्वार के दोनों ओर दर्जनों गुलगुलिया ने कब्जा कर लिया है। पूरा परिवार कलेक्ट्रेट परिसर में ही अवैध रूप से रहता है। दिन में कलेक्ट्रेट के पानी से कपड़ा धोकर वहीं सुखाया जाता है।