लोकसभा चुनाव 2024 में अब सिर्फ 6 महीने का ही वक्त बचा है. लिहाजा नेताओं का जनता के बीच जाने का क्रम शुरू हो चुका है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने चुनावी अभियान का शंखनाद झारखंड की धरती से करने वाले हैं. वह 21 जनवरी को रामगढ़ में एक विशाल रैली को संबोधित करने वाले हैं. जेडीयू की ओर से इस जनसभा को 'नीतीश जोहार' नाम दिया गया है. नीतीश की इस रैली को लेकर झारखंड के जेडीयू नेता काफी उत्साहित हैं.
जेडीयू के दिग्गज नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि रामगढ़ को इसलिए चुना गया है क्योंकि उस क्षेत्र में जदयू की पुरानी पकड़ रही है. लेकिन आने वाले समय में झारखंड के सभी प्रमंडलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दौरा होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की रामगढ़ रैली को लेकर झारखंड की जनता में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने दावा किया कि इस जनसभा में लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे. अशोक चौधरी ने कहा कि झारखंड में जदयू का वैभव कैसे लौटे इसको लेकर लगातार काम किया जा रहा है. कुछ वर्ष पहले तक झारखंड में जदयू का अच्छा-खासा जनाधार हुआ करता था. वहां हमारे कई विधायक चुनकर आते थे और झारखंड सरकार में मंत्री भी बनते थे. लेकिन आज झारखंड में जदयू का जनाधार समाप्त हो गया है. इसे फिर से वापस पाने की कोशिश की जा रही है. वहीं वाराणसी रैली के रद्द होने पर अशोक चौधरी ने कहा कि वाराणसी रैली रद्द नहीं हुई है, सिर्फ स्थगित हुई है. उन्होंने कहा कि बनारस में नीतीश कुमार की रैली को लेकर वहां का प्रशासन अनुमति देने में आनाकानी कर रहा था. इसलिए रैली को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया है, इसकी अगली तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी.