देश में बीते कुछ दिनों से ट्रेनों पर पथराव करने का एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. बिहार में ऐसी घटनाएं कुछ ज्यादा ही हो रही हैं. ताजा मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है. यहां जयनगर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जाने वाली पवन एक्सप्रेस (11061) पर पथराव की घटना सामने आई है. ये घटना रविवार (17 दिसंबर) की शाम को भगवानपुर स्टेशन के पास हुई. बताया जा रहा है कि इस पथराव के कारण एसी कोच और पेंट्रीकार की सात खिड़कियों के शीशे टूट गए. इस पथराव में कई यात्री भी घायल हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, भगवानपुर स्टेशन से जैसे ही ट्रेन आगे बढ़ी उस पर पथराव हो गया. इसके चलते सात खिड़कियों के शीशे टूट गए. अचानक हुए पथराव से पेंट्रीकार स्टाफ एवं ट्रेन के यात्रियों में दहशत फैल गई. इसकी सूचना सोनपुर कंट्रोल को दी गई. ट्रेन के हाजीपुर में पहुंचने पर आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने जांच की और पेंट्रीकार के मैनेजर समेत अन्य यात्रियों के बयान दर्ज किए. पेंट्रीकार के सारे शीशे टूटने की वजह से काफी देर तक सर्विस बंद रही. बलिया से निकलने के बाद फिर से पेंट्रीकार की सर्विस व्यवस्थित कर ली गई.बताया जा रहा है कि दारोगा भर्ती के अभ्यर्थियों की भीड़ के कारण मुजफ्फरपुर में ही सारी बोगियां भर गई थीं. इसके चलते भगवानपुर और हाजीपुर में कंफर्म बर्थ वाले पैसेंजर चढ़ नहीं पाए. इसके चलते यात्रियों ने भी विरोध जताया. वहीं दारोगा भर्ती के अभ्यर्थियों की भीड़ ट्रेन की पेंट्रीकार में भी घुस गई थी, जिससे पेंट्री की सर्विस को भी रोकना पड़ा. दारोगा भर्ती के अभ्यर्थियों ने ट्रेन को कई जगहों पर रोका, जिससे ट्रेन काफी देरी से चल रही थी. हाल ही में भागलपुर के नवगछिया इलाके में ड्रिबूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस (12423) पर पथराव की घटना सामने आई थी. ये ट्रेन ड्रिबूगढ़ से दिल्ली जा रही थी. भागलपुर में कुछ असमाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया था. इस पथराव में कई बोगियों की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे. ट्रेनों में पथराव की बढ़ती घटनाओं से यात्री काफी डरे रहते हैं. ऐसे में सवाल ये है कि क्या भारतीय रेलवे के खिलाफ कोई बड़ी साजिश रची जा रही है? आखिर ट्रेनों में पथराव करने का मकसद क्या है? वो कौन लोग हैं जो ट्रेनों पर पथराव कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं?