मधेपुरा के DM की कार से सड़क दुर्घटना में तीन लोगो की हुई मौत मामले में शुक्रवार (01 दिसंबर) को मधुबनी के एसपी सुशील कुमार ने मीडिया को जानकारी दी. एसपी सुशील कुमार ने बताया कि 21 नवम्बर को मधेपुरा जिलाधिकारी की कार से एनएच सड़क बॉर्डर पेंटिंग के दौरान मशीन से कार टकरा गई थी. उन्होंने कहा कि इस घटना में काम कर रहे NHAI के कर्मी को बचाने के क्रम में महिला एवं बच्ची को ठोकर लग गई, जिससे मां बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी और एक कर्मी घायल हो गया था. घटना के संबंध में फुलपरास थाना कांड संख्यां 545/23, के तहत IPC की धारा-279/304(ए) /337/338 के अन्तर्गत मामला दर्ज किया गया.एसपी ने इस घटना के लिए डीएम की कार के ड्राइवर को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि डीएम के कार चालक की पहचान बक्सर जिला निवासी भुट्टू पासवान के रूप में हुई. जांच टीम ने चालक को दोषी ठहराया और उनके विरूद्ध धारा-41 (ए) के तहत विधि सम्मत कार्रवाई की गई है. मोटरयान निरीक्षक एवं FSL की टीम द्वारा दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की जांच की गई है. जांच के क्रम में उक्त गाड़ी में कोई तकनीकी खराबी नहीं पाई गई.गाड़ी के चालक का ड्राइविंग लाईसेंस निरस्त करने के लिए परिवहन विभाग से पत्राचार किया गया है. एनएचएआई के कार्यपालक अभियंता, मोटरयान निरीक्षक एवं फुलपरास के डीएसपी के द्वारा संयुक्त रूप से घटनास्थल का जांच किया गया है और जॉचोपरान्त संयुक्त जांच प्रतिवेदन समर्पित किया गया है. आवश्यक अन्य सभी विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने हेतु प्रस्ताव दिया गया है, जो प्रक्रियाधीन है और दो दिनों में मुआवजा प्राप्त हो जाएगा.
क्या था मामला?
मधेपुरा के डीएम की गाड़ी पटना से अररिया की ओर जा रही थी. गाड़ी फुलपरास थाना अंतर्गत पुरवारी टोल के पास पहुंची तो NH 57 पर व्हाइट पट्टी रंगने का काम कर रहे एनएचएआई के कर्मी के मशीन में उक्त गाड़ी टकरा गई. मधेपुरा के डीएम की गाड़ी ने 35 वर्षीय गुड़िया और उसकी बेटी आरती कुमारी को टक्कर मार दी. दोनों थाना फुलपरास के ही पुबारी टोला की निवासी थी. एनएचएआई कर्मी अशोक सिंह का इजाज के क्रम में मृत्यु हो गई. वहीं, राजू सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.