रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सोमवार को सिंहभूम लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले अपने पैतृक झिलिंग गोडा गांव पहुंचकर वोट डाला. सीएम का गांव सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना अंतर्गत आता है. वह अपने परिवार के लोगों के साथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित बूथ पर वोट डालने पहुंचे. उन्होंने मताधिकार के इस्तेमाल के बाद कहा कि जनता अब अपने वोट की कीमत जानती है. वह परिवर्तन के लिए मताधिकार का इस्तेमाल कर रही है. लोग उत्साहित दिख रहे हैं. इधर, इस सीट पर झामुमो की प्रत्याशी जोबा मांझी ने चक्रधरपुर में कार्मेल बालिका गर्ल्स स्कूल स्थित बूथ नंबर 219 पर मताधिकार का इस्तेमाल किया.
वह इस बूथ पर वोट डालने वाली सबसे पहली मतदाता थीं. उनके साथ उनके पुत्र उदय मांझी और परिवार के अन्य सदस्य भी वोट डालने पहुंचे थे. सिंहभूम सीट पर झामुमो की जोबा मांझी और भाजपा की गीता कोड़ा के बीच मुकाबला है. इस सीट पर कुल 14 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं.
सिंहभूम लोकसभा संसदीय सीट से प्रत्याशी गीता कुंवारा ने पति संग किया मतदान
वहीं एनडीए गठबंधन की सिंहभूम लोकसभा संसदीय सीट से प्रत्याशी गीता कुंवारा अपने पति के साथ मतदान करने जगन्नाथपुर के पताहातु गांव के प्राथमिक विद्यालय मतदान केंद्र गांव पहुंची और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसके साथ ही मझगांव विधानसभा के विधायक नीरज पूर्ति ने भी अपना मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं चाईबासा सदर के विधायक दीपक बिरुवा ने भी अपना मताधिकार का प्रयोग किया.
निर्वाचन आयोग ने जारी किए आंकड़ें
वहीं निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार, खूंटी में 12.20 प्रतिशत, लोहरदगा में 10.97 प्रतिशत, पलामू में 11.47 प्रतिशत और सिंहभूम में 12.67 प्रतिशत मतदाताओं ने सुबह नौ बजे तक वोट डाल दिए हैं. इन चारों लोकसभा सीटों में बनाए गए 7,595 बूथों में से करीब साढ़े चार हजार बूथ नक्सलियों के कारण चुनौतीपूर्ण माने गए हैं, लेकिन यहां व्यापक सुरक्षा इंतजामों के बीच मतदाताओं में सुबह से ही मताधिकार के इस्तेमाल को लेकर उत्साह देखा जा रहा है.
इस चरण के चुनाव में खूंटी में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सिंहभूम में मौजूदा सांसद गीता कोड़ा और झारखंड सरकार की पूर्व मंत्री जोबा मांझी, पलामू में सांसद एवं पूर्व डीजीपी बी.डी. राम और लोहरदगा में भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत जैसे दिग्गजों की सियासी किस्मत दांव पर लगी है.