झारखंड में विधानसभा चुनाव इसी साल है, इसलिए लोकसभा चुनाव के बीतते ही विधानसभा इलेक्शन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बीजेपी ने प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति करके जमीनी स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. इसके बाद अब कांग्रेस भी अपनी कमर कस ली है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी अब दिल्ली में प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं और चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे. बता दें कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन से कांग्रेसी उत्साहित है और काफी पहले से बैठकों की योजना बनाई है. इस बैठक को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि आने वाले दिनों में झारखंड सहित 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिस तरह से लोकसभा चुनाव से पहले तमाम राज्यों की बैठक बुलाई गई थी. उसी प्रकार से अब विधानसभा चुनाव से पहले भी बैठक बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि इसमें हम शामिल होने के लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की ओर से जो भी निर्देश मिले, झारखंड के सभी सीनियर लीडर्स उसी के मुताबिक काम करेंगे.वहीं बीजेपी के विधायक सीपी सिंह ने कांग्रेस की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी यूं ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. हमारा वर्क कल्चर ही सबसे अलग है. हमारे बड़े नेता प्रदेश में पहुंचकर बैठकें करते हैं. जबकि कांग्रेस में प्रदेश के नेताओं को दिल्ली बुलाकर बैठक की जाती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठकर झारखंड के लिए कितनी भी रणनीति बना ली जाए, इस बार झारखंड में कमल ही खिलेगा.वहीं बीजेपी के दावों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने जो कमल खिलेगा का सपना संजो के रखा है, उसकी बानगी उन्हें लोकसभा चुनाव में दिख गई होगी. जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि आने वाले चुनाव में झारखंडियों की सुनामी और आंधी आएगी. इस बात का उन्हें एहसास हो चला है. भाजपा का प्रदेश नेतृत्व होने के बाद भी उन्हें दो बड़े चेहरों को प्रभारी बनाना पड़ा है. यह अलग बात है कि वह AC वाले कमरे में बैठकर चले जाते हैं. मनोज पांडे ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व कुछ है ही नहीं और यह बात बीजेपी भी मानती है. वह शून्य बटा सन्नाटा है.