क्यों हुई जिला पार्षद की हत्या? आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी नहीं सुलझी पहेली

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  मोतिहारी में जिला पार्षद व पैक्स अध्यक्ष सुरेश यादव के हत्याकांड पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार बदमाश का नाम हरिशंकर पासवान और सुदामा सहनी बताया जा रहा है. गिरफ्तार बदमाशों का पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है दोनो के उपर पूर्व में भी जिले के कई थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज हैं. गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक देशी पिस्टल और और दो जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं. पुलिस के अनुसार 10 लाख रुपये की सुपारी देकर जिला पार्षद सुरेश यादव की हत्या करवाई गई थी. इस सबके बीच पुलिस ये बताने में नाकाम रही कि सुरेश यादव की हत्या क्यों करवाई गई थी. इस हत्याकांड से पर्दा उठाने के लिए गठित एसआईटी टीम के एसडीपीओ ने मृतक जिला पार्षद के भाई को नगर थाना पर बुलाकर बताया था कि उनके भाई की हत्या जमीनी विवाद में हुई है. लेकिन मृतक के भाई ने पुलिस के दावे को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है. मृतक सुरेश यादव के भाई ने पुलिस की इंवेस्टिगेशन पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब मेरा भाई जमीन का काम करता ही नहीं था, तो तो जमीनी विवाद कैसा? मृतक जिला पार्षद के भाई ने पुलिस से सवाल पूछते हुए कहा  कि अगर जमीनी विवाद में जिला पार्षद की हत्या हुई है, तो पुलिस बताए कि विवाद किससे था? बहरहाल पुलिस को अभी इन तमाम सवालों का जवाब ढूंढना भी एक चुनौती बना हुआ है.पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार अपराधियों में सुगौली थाना क्षेत्र का रहने वाला हरिशंकर पासवान और रघुनाथपुर ओपी का रहने वाला सुदामा सहनी शामिल है. गिरफ्तार हरिशंकर पासवान ने ही सुरेश यादव को गोली मारी थी. और सुदामा सहनी हथियार रखे हुआ था. बता दें कि तीन दिन पहले मोतिहारी जिला मुख्यालय के बीचोबीच चांदमारी चौक के पास मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियो ने दिनदहाड़े जिला पार्षद सुरेश यादव की हत्या कर सनसनी फैला दिया था. मोटरसाइकिल पर लक्की, हरिशंकर पासवान और टिमन दूबे सवार थे, जिसमे हरिशंकर पासवान ने जिला पार्षद को तीन गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद मृतक जिला पार्षद के सैकड़ो समर्थकों ने सदर अस्पताल से लेकर टाउन थाना तक जमकर हंगामा किया था. जिसके बाद एसपी से वार्ता के बाद मृतक का पोस्टमार्टम हो सका था.

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