झारखंड में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले सत्तारूढ़ INDIA ब्लॉक के लिए बड़ी खुशखबरी मिली और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. हेमंत सोरेन तकरीबन पांच महीने जेल काटने के बाद जमानत पर बाहर आ चुके हैं. अब खबर मिल रही है कि प्रदेश में समय से पहले विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में विधानसभा चुनाव हो सकता है. जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सितंबर के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है. इसके साथ ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी.चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं. बता दें कि हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 27 नवंबर को समाप्त हो रहा है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जम्मू-कश्मीर में भी नवंबर से पहले चुनाव कराए जा सकते हैं. चुनाव आयोग इन्ही राज्यों के साथ झारखंड में भी चुनाव कराने का विचार कर रहा है. बता दें कि 2019 में हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव एकसाथ हुए थे, लेकिन झारखंड के चुनाव अलग कराए गए थे.उधर हेमंत सोरेन के बाहर निकलने के बाद सिर्फ झामुमो कार्यकर्ता ही चार्ज नहीं हुए हैं बल्कि पूरे इंडिया गठबंधन को ताकत मिली है. कहा जा रहा है कि झारखंड की राजनीति अब नई राह पकड़ेगी. हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने पर ये साफ है कि अब वही विधानसभा चुनाव में नेतृत्व करेंगे और चुनावी मैदान में इंडिया गठबंधन की धुरी होंगे. जेल से बाहर निकलने के बाद उनके लिए चुनावी अभियान चलाना सहज हो गया है. हालांकि, हेमंत सोरेन के बाहर निकलते ही चंपई सोरेन सरकार को लेकर अटकलें लग रही हैं.