Ranchi : रिम्स के जूनियर डॉक्टर दस दिनों की हड़ताल के बाद शुक्रवार को काम पर लौट आये.. दस दिनों से ओपीडी और रूटीन सर्जरी को बंद कर दिया था. ओपीडी सेवा शुरू होते ही शुक्रवार को 1796 मरीजों ने चिकित्सीय परामर्श लिया, जबकि पेंडिंग पड़ी करीब 25 से ज्यादा सर्जरी विभिन्न विभागों में की गयी. सबसे अधिक भीड़ मेडिसिन ओपीडी में देखने को मिली. शाम 5 बजे ओपीडी बंद होने के बाद भी कुछ मरीज डॉक्टर्स रूम के बाहर खड़े थे. डॉक्टर्स के निकलने के बाद मरीज व उनके परिजन भी वापस लौटने लगे.
डॉक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर किया काम
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के बाद पूरे देश के डॉक्टर आक्रोशित हैं. इस घटना से आक्रोशित रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स भी पिछले दस दिन से हड़ताल पर थे. काम पर लौटने के बाद भी डॉक्टरों का विरोध बरकरार है. शुक्रवार को सभी डॉक्टरों ने ओपीडी से लेकर वार्डों तक काले बिल्ले लगाकर काम किया. जेडीए अध्यक्ष डॉ. अंकित ने कहा कि जब तक हमारी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं दिखाई देती, हम सभी विरोध जताते रहेंगे. कभी नुक्कड़ नाटक, तो कभी अन्य माध्यमों से प्रदर्शन करेंगे.