झारखंड विधानसभा चुनाव में भवनाथपुर विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. एनडीए और महागठबंधन दोनों खेमो से उम्मीदवारों का ऐलान हो गया है. इस सीट पर एक बार फिर से उंटारी राजपरिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है. जेएमएम ने यहां से पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव उर्फ छोटे राजा को मैदान में उतारा है. तो वहीं बीजेपी से सिटिंग विधायक भानू प्रताप शाही को टिकट मिला है. दोनों के प्रत्याशियों ने सोमवार (21 अक्टूबर) को अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
भवनाथपुर विधानसभा 1951 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट से छह बार राजपरिवार के सदस्यों को जीत मिल चुकी है. वहीं बीजेपी प्रत्याशी भानु प्रताप शाही को चौथी बार जीत हासिल करने की उम्मीद है. उनके लिए अच्छी बात यह है कि स्थानीय बीजेपी नेता-कार्यकर्ता उनके पक्ष में एकजुट नजर आ रहे हैं.
1952 में राजेश्वरी सरोज दास ने कांग्रेस टिकट से जीत हासिल की. 1952 से लेकर 2009 तक इस सीट में सात बार कांग्रेस का कब्जा रहा. 2014 में भानु प्रताप शाही ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता. 2019 का विधानसभा चुनाव उन्होंने बीजेपी की टिकट पर लड़ा और पहली बार भवनाथपुर में बीजेपी को सफलता दिलाई थी. इस चुनाव में उन्हें 96 हजार 881 वोट हासिल हुए थे. जबकि उनके प्रतिद्वंदी बसपा की सोगरा बीबी को 56,914 मत मिले थे.