मोतिहारी के रक्सौल में एक कबाड़ व्यवसायी का अहले सुबह अपहरण हो गया था. एसपी स्वर्ण प्रभात ने खुद अपहरण की पूरी वारदात को समझा और रक्सौल थानाध्यक्ष के अलावा कई थाना के साथ एसडीपीओ को टास्क दिया कि हर हाल में अपहृत व्यवसायी को तुरंत मुक्त करवाया जाए. एसपी के सख्त निर्देश के बाद रक्सौल थाना हरकत में आई और उसने अपने खबरी को लगाया फिर रक्सौल थानाध्यक्ष ने घटना स्थल का मुआयना करते हुए व्यवसायी के परिजनों से जानकारी इकट्ठा किया.
व्यवसायी के परिजन ने अपहरण में शामिल दो लोगों का नाम बताया. जोकियारी गांव के रामबाबू और सुजीत सिंह का नाम परिजन ने पुलिस को बताया. अब तक रक्सौल पुलिस समझ गई थी कि व्यवसायी का अपहरण पैसा के लेनदेन में हुआ है
इधर पुलिस की तत्परता को देखकर अपहरणकर्ताओं ने व्यवसायी को पंचायती की बात कहते हुए छोड़ दिया. अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सुबह में ही मुक्त हो जाने के बाद व्यवसायी रात तक ना तो पुलिस के सामने आया और ना ही अपने घर पहुंचा. लिहाजा, पुलिस के माथे पर शिकन साफ दिखाई देने लगी थी.
पुलिस रातभर व्यवसायी को बरामद करने में जुटी रही. इस बीच व्यवसायी खुद को छुपाकर इस कवायद में था कि मेरे अपहरण के मामले में रामबाबू और सुजीत सिंह को पुलिस जेल भेज दे ताकि उसके ऊपर से पैसा का तकादा खत्म हो जाए.
दरअसल, व्यवसायी ने तीन कट्ठा जमीन लिखवाया था पर उसका पैसा नहीं दिया था. जिन लोगों ने जमीन लिखवाया था उन्हीं लोगों ने पैसा का दबाब बनाने के लिए जबरदस्ती व्यवसायी को कार में अपने साथ लेते गए थे. वहीं, पिस्टल के नोक पर रक्सौल के सैनिक रोड से कबाड़ व्यवसायी का अपहरण कर लिया गया था.
रक्सौल थाना व्यवसायी का कोर्ट में बयान करवाने की कवायद में जुटी हुई है. रक्सौल पुलिस कोर्ट में बयान होने से पहले व्यवसायी को घर जाने नहीं देना चाहती है. लिहाजा, करीब 24 घंटे से ज्यादा वक्त से व्यवसायी को थाना पर रखा गया है.