गैंगस्टर अमन साहू की जानिए क्राइम कुंडली, जिसका पुलिस ने पालमू में किया एनकाउंटर

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कहा जाता है कि वह झारखंड का सबसे बड़ा गैंगेस्टर था...वह कुख्यात अपराधी था...पुलिस के लिए सिर का दर्द बना हुआ था...करोबारियों के लिए काल था...कब किसको अपने निशाने पर ले ले और वारदात को अंजाम दे दे, इसका डर हमेशा प्रशासन को लगा रहता था. मगर, 11 मार्च, 2025 दिन मंगलवार को उसको अपने कर्मों की सजा मिल गई और पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया. अबतक तो आप समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे है. जी हां, हम बात कर रहे हैं झारखंड के गैंगेस्टर अमन साहू की. जिसको पुलिस ने पलामू में एनकाउंटर मार गिराया. चलिए इस ऑर्टिकल में जानने की कोशिश करते हैं कि अमन साहू की क्राइम कुंडली के बारे में.

अमन साहू गिरोह की तरफ से किए गए अपराध

18 फरवरी, 2023 को शिवपुर में साईं कृपा कंपनी की रेलवे साइट पर हमला किया. इसके बाद 27 मार्च, 2023 को देवघर में हरदेव कंस्ट्रक्शन ऑफिस में फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया, फिर  9 मई, 2023 को हजारीबाग के बड़कागांव में ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शरत कुमार की हत्या का आरोप. 9 जुलाई, 2023 को लातेहार में ट्रांसपोर्टर अमित सिंह को धमकी देने का आरोप. 7 जुलाई, 2023 को रांची के अरगोड़ा में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को गोली मारने का भी आरोप इस गिरोह पर लगा. 

1 दिसंबर, 2023 को रामगढ़ के कुजू में ट्रांसपोर्ट ऑफिस के बाहर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद से क्षेत्र में दहशत का आलम हो गया था. 21 मार्च, 2024 को झारखंड की रांची में जमीन कारोबारी से गैंगेस्टर अमन साहू के नाम पर 5 करोड़ की रंगदारी मांगी गईं थी. इस तरह से इस गिरोह का आतंक दिन बा दिन बढ़ता जा रहा था. 6 अप्रैल, 2024 को बर्बरीक कंपनी को झारखंड में काम न करने की चेतावनी देते हुए धमकी दी गई. वहीं, 7 मार्च, 2025 को राज्य की राजधानी रांची में वारदात को अंजाम दिया और कोयला व्यापारी बिपिन मिश्रा को गोली मारकर घायल कर दिया गया.

गिरोह के सदस्य और सहयोगी के बारे में भी जानिए

चलिए अब जानते हैं कि गिरोह के सदस्य और सहयोगी के बारे में, जिन पर झारखंड एटीएस ने गिरोह से जुड़े 22 अपराधियों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे. जिसमें शामिल हैं- आकाश साहू (अमन साहू का भाई), आकाश रॉय मोनू, हरि तिवारी, आशीष साहू, राहुल सिंह, राजा अंसारी, राहुल दुबे, योगेश्वर महतो और एक अन्य प्रमुख सदस्य, मयंक सिंह, झारखंड, बंगाल और छत्तीसगढ़ में कोयला व्यवसायियों को सक्रिय रूप से धमका रहा था, जबरन वसूली की मांग कर रहा था और यहां तक ​​कि सोशल मीडिया के जरिए से आपराधिक गतिविधियों की जिम्मेदारी भी ले रहा था.


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