बिहार के मोतिहारी जिले में पंचायत के एक सरपंच की शराब तस्करी में संलिप्तता उजागर हुई है. बंजरिया थाना पुलिस ने पचरुखा पश्चिमी पंचायत के सरपंच नाथू राय को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया. नाथू राय लंबे समय से शराब का अवैध कारोबार कर रहे थे, और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई दिनों से प्रयासरत थी.
गश्ती के दौरान शराब भट्टी पर छापा
पांच मार्च को पुलिस ने गश्त के दौरान आरोपी के शराब भट्टी पर छापा मारा. उस समय नाथू राय फरार हो गए, लेकिन घटनास्थल से जनेरवा निवासी नन्हक साह को शराब पीते हुए गिरफ्तार किया गया. इसके बाद सरपंच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी.
शराबबंदी की शपथ के बावजूद चलता रहा अवैध धंधा
आरोपी सरपंच पहले ही पुलिस के सामने शराब न बेचने और न पीने की शपथ ले चुके थे. 27 दिसंबर 2022 को पुलिस ने गांव के जनप्रतिनिधियों के सामने उनसे लिखित बांड भरवाया था, लेकिन उन्होंने अपने दबदबे के सहारे गांव के बीचों-बीच शराब का अवैध धंधा जारी रखा.
परिवार भी शराब तस्करी में लिप्त
गांव वालों ने सरपंच के खिलाफ लगातार शिकायतें दर्ज कराई थीं, क्योंकि उनके शराब के धंधे से आए दिन झगड़े और मारपीट की घटनाएं होती थीं. इससे पहले भी सरपंच का बेटा मनदीप कुमार शराब बेचते हुए गिरफ्तार हो चुका है. पिता-पुत्र दोनों इस अवैध कारोबार में संलिप्त थे.पुलिस अधिकारी रमेश कुमार महतो ने बताया कि सरपंच की गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. वहीं, गिरफ्तारी के बाद सरपंच ने खुद को निर्दोष बताया. पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.