पुलिस अगर सजग हो जाए तो अपराध पर लगाम लगाने में देर नहीं लगेगी. इसका ताजा उदाहरण बिहार के बेतिया में देखने को मिला. दरअसल, बेतिया के एसपी डॉ. शौर्य सुमन को पिछले कई दिनों से क्षेत्र में अवैध बालू खनन किए जानकारी मिल रही थी. उन्होंने कई बार संबंधित थानों को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे. रविवार (13 अप्रैल) की देररात वह खुद ही अचानक से निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े. उनके साथ सिर्फ उनके बॉडीगार्ड थे. इस दौरान एसपी ने लौरिया मुख्यमार्ग पर वाहनों की जांच की तो अवैध बालू कारोबार का पर्दाफाश हो गया. इससे पुलिस थानों के कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़ा हो गया है. वहीं एसपी के इस निरीक्षण से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. संबंधित थाने को जब इसकी जानकारी मिली तो थानाध्यक्ष दौड़े-दौड़े घटनास्थल पर पहुंचे.
एसपी के निरीक्षण में पता चला कि बालू कारोबारी एक चालान पर कई बार बालू का उठाव करते हैं, जिससे राजस्व को भारी नुकसान होता है. एक ही चालान पर बालू कारोबारी दिन में बालू का कारोबार करते है, फिर उसी फेल हुए चालान पर रात में भी कारोबार करते हैं. एसपी ने ऐसा करने वालों को रंगे हाथों पकड़ा है, जिससे जिले के बालू कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि एसपी ने देर रात को अवैध बालू लदे एक ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ा. उन्हें हैरानी तब हुई जब चालान को देखा. चालान दिन में ग्यारह बजकर पचास मिनट पर फेल हो गया था, फिर उसी चलान पर देर रात को ट्रैक्टर -ट्राली से उजला बालू का उठाव हुआ.
जांच में यह खुलासा हुआ कु बालू माफिया रात में फर्जी बालू चालान पर अवैध बालू का कारोबार करते हैं. एसपी ने खुद जांच करके ट्रैक्टर-ट्राली को जब्त किया है. एसपी की इस कार्यवाही से क्षेत्र के बालू कारोबारियों में डर पैदा हो गया है तो वहीं जिले के सभी थानाध्यक्षों के भी हाथ-पांव फूल गए हैं. अब सवाल उठता है रात्रि में एसपी डा शौर्य सुमन सड़क पर उतर अवैध बालू कारोबार के ऐसे सिंडिकेट का खुलासा किया है, जो राजस्व को भारी भरकम नुकसान पहुंचता था, लेकिन थानाध्यक्ष को पता नही हैं रि उनके इलाके में ऐसा कारोबार चलता है. पुलिस कप्तान डॉ. शौर्य सुमन ने बता दिया कि वह सिर्फ थानाध्यक्ष पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि जिले में हो रही हरएक गतिविधियों उनकी नजर है.