झारखंड की सत्ताधारी पार्टी जेएमएम अब बिहार में भी अपनी सियासी ताकत को आजमाने के मूड में है. जेएमएम ने काफी पहले ही बिहार की 12 से 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था और अब पार्टी ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. पार्टी अभी तक महागठबंधन के तहत विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन राजद की ओर से कोई तवज्जो नहीं मिलने पर अब अकेले ही चुनावी समर में कूदने का मन बना रही है. महागठबंधन से नाराज होकर हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकर्ताओं के दम पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं. पार्टी अब अकेले ही बिहार की 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने इस बात की पुष्टि की है. पार्टी महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने स्पष्ट कहा है कि यदि महागठबंधन में सम्मानजनक भागीदारी नहीं मिली, तो झामुमो 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की बैठकों में उन्हें शामिल नहीं किया गया और 21 सदस्यीय समन्वय समिति में भी स्थान नहीं मिला, जिससे पार्टी खुद को उपेक्षित महसूस कर रही है.
जेएमएम नेता ने कहा कि झारखंड चुनाव में राजद की सीटें कम आने के बाद भी हमने उनको सरकार में शामिल किया और उनके विधायक को मंत्री भी बनाया. इसके बावजूद बिहार में हमें नजरअंदाज किया जा रहा है. विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि झारखंड से सटे क्षेत्रों में जेएमएम की पकड़ मजबूत है और इस प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है. जेएमएम ने तो अपनी सीटों को भी चुन लिया है. जेएमएम महासचिव ने कहा कि सीमावर्ती सीटों जैसे चकाई, झाझा, तारापुर, कटोरिया, बांका, मनिहारी, रूपौली, बनमनखी, जमालपुर और धमदाहा में चुनाव लड़ना चाहती है. इन क्षेत्रों में झारखंडी संस्कृति, भाषा और आदिवासी पहचान की गहरी पैठ है, जिसे देखते हुए झामुमो को इन क्षेत्रों में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
जेएमएम नेताओं का कहना है कि 2024 झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे से पहले तेजस्वी यादव और सांसद मनोज झा रांची में पांच से छह दिन तक रहे थे. तब राजद को महागठबंधन में 6 सीट दी गई थीं और सरकार बनने पर एक मंत्री पद भी दिया गया. ऐसा करके हेमंत सोरेन ने गठबंधन धर्म की मिसाल पेश की है. अब जेएमएम भी बिहार चुनाव में इसी तरह का सम्मान चाहती है. कांग्रेस पार्टी ने जेएमएम को ग्रीन सिग्नल दे दिया है. झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि तेजस्वी यादव और हेमंत सोरेन दोनों ही नेता गठबंधन के साथी हैं. जब यहां हम चुनाव लड़ रहे थे, तब हमने बड़ा दिल दिखाया था. बिहार के लिए भी हम बड़ा दिल दिखाएंगे और आपस में बैठक कर बात करेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि सब पार्टी चाहती हैं कि हम ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े तो जो भी फैसला होगा, गठबंधन के सभी साथी मिलकर लेंगे.