झारखंड में साइबर अपराधियों की हिम्मत अब सरकार के उच्च पदों पर बैठे लोगों तक पहुंच गई है. ताजा मामले में राज्य की कृषि, सहकारिता एवं पशुपालन मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की का फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट हैक कर लिया गया. यह घटना ना केवल मंत्री की व्यक्तिगत गोपनीयता पर हमला है, बल्कि इससे उनकी सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा पर भी असर पड़ सकता है. मंत्री के आप्त सचिव मनोरंजन कुमार ने साइबर थाना रांची में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि हैकिंग से मंत्री की निजता भंग हो रही है, साथ ही गलत जानकारी फैलने का भी खतरा है.
पुलिस ने इस मामले में नामकुम, रांची के रहने वाले अर्सलान दरवानी को आरोपी के रूप में चिह्नित किया है. हालांकि अब तक वह फरार है और पुलिस की साइबर ब्रांच उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. माना जा रहा है कि आरोपी ने जानबूझकर यह साइबर क्राइम किया है ताकि मंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके.
सिर्फ मंत्री ही नहीं, झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट भी हैक कर लिया गया. जानकारी के अनुसार यह अकाउंट शनिवार रात हैक हुआ और उस पर एक अवांछित तस्वीर पोस्ट की गई, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है.
इस अकाउंट के दो लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और यह पार्टी के लिए प्रमुख सूचना मंच है, जिससे रोजाना 5 से 10 आधिकारिक सूचनाएं साझा की जाती थीं. आखिरी वैध पोस्ट 12 जुलाई को शाम 5:45 बजे किया गया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस गंभीर मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड पुलिस को जांच का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने X (ट्विटर) के भारत स्थित कार्यालय को भी इस मामले पर तत्काल कार्रवाई के लिए कहा है. सोरेन ने खुद अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल असामाजिक तत्वों द्वारा हैक किया गया है. झारखंड पुलिस इसपर त्वरित कार्रवाई करे और X भी इस पर संज्ञान ले.'
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि झारखंड में राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर सोशल मीडिया की सुरक्षा को लेकर गंभीर चूक हो रही है. मंत्री से लेकर पार्टी तक के अकाउंट्स अगर सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिकों के डिजिटल डाटा की स्थिति क्या होगी, यह चिंता का विषय है. झारखंड पुलिस की साइबर टीम ने दोनों मामलों में तेजी से जांच शुरू कर दी है.