बिहार पुलिस ने प्रदेश में तीन पाकिस्तानी आतंकवादी घुसने का अलर्ट जारी किया है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के तीन खूंखार आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे हैं. तीनों पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों के रहने वाले हैं. बिहार पुलिस के मुताबिक, रावलपिंडी का हसनैन अली, उमरकोट का आदिल हुसैन और बहावलपुर का मोहम्मद उस्मान नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे हैं. इस बीच ज्ञान की नगरी गयाजी से बड़ी खबर सामने आई है. गयाजी के महाबोधि मंदिर पर ड्रोन गिरने से हड़कंप मच गया. अचानक हुई इस घटना से वहां मौजूद कर्मचारी सकते में आ गए.
जानकारी के अनुसार, यह घटना बुधवार (27 अगस्त) की दोपहर के बाद की है. घटना कुछ देर के बाद महाबोधि मंदिर के पुजारी एवं बौद्ध भिक्षु वहां पहुंचे. उन्होंने बताया कि यह ड्रोन उनका है, जिसे वे परिसर में उड़ा रहे थे. बता दें कि महाबोधि मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है. 2013 में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरा इलाका को नो-फ्लाई जोन बनाया गया था. नियमों के अनुसार महाबोधि मंदिर और बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के कार्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. उसके बाद भी इस तरह की घटना को अंजाम देना, महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है.
अब सवाल यह उठ रहा है कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी सभी आने-जाने वाले पर्यटकों की सघन जांच करके ही मंदिर में प्रवेश देते हैं तो आखिर मंदिर परिसर में ड्रोन कैसे पहुच गया. क्या महाबोधि मंदिर के पुजारी और बौद्ध भिक्षुओं के लिए कोई अलग नियम या कानून है, जो सुरक्षा में तैनात कर्मियों से चूक हो गई. या फिर मंदिर के पुजारी और बौद्ध भिक्षुओं को विशेष छूट दी गई थी. बरहाल अब देखना यह है कि इस घटना पर बीटीएमसी और जिला प्रशासन का क्या कार्रवाई करता है.