बिहार के वैशाली से बड़ी है, जहां जिले के सबसे चर्चित कांडों में शामिल संजना भारती हत्याकांड का सफल उद्भेदन करते हुए पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी रूपेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने रूपेश को गिरफ्तार करने के लिए एक एसआईटी बनाई थी, जिसने रूपेश के बैंक खाता से ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर किया है. हालांकि, रूपेश की तलाश में पुलिस ने पंजाब से लेकर लखनऊ तक छापेमारी की थी, क्योंकि कुर्की जब्ती के बाद भी वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा था.
गिरफ्तार मुख्य आरोपी रूपेश ने इस हत्याकांड के रहस्य से पर्दा उठाते हुए बताया है कि मृतका रिश्ते में उसकी चचेरी बहन लगती है. जिस पर उसकी बुरी नजर थी और उसका अश्लील फोटो लेकर वह कई बार उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ जबरदस्ती संबंध भी बना चुका था. इसी बीच संजना गर्भवती हो गई, जिसके बाद अपने कुकर्मों पर पर्दा डालने के लिए उसने अपने दोस्त अमन और अपने एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर संजना के हत्या की योजना बनाई. इसी बीच गोरौल थाना क्षेत्र के पीरापुर मथुरा गांव की रहने वाली संजना जब 27 मई को भगवानपुर थाना क्षेत्र स्थित अपने कॉलेज पहुंची, तब तीनों आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
शव को दूसरे आरोपी अमन के खेत मे गाड़ दिया. इस बात का खुलासा तब हुआ जब घटना के एक महीना 13 दिन बाद गोरौल थाना क्षेत्र के पीरापुर मथुरा गांव स्थित अमन के खेत से संजना का शव बरामद हुआ था. इस मामले में एक आरोपी अमन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. बता दें कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन भगवानपुर थानाध्यक्ष गोरौल थानाध्यक्ष को निलंबित भी किया गया था. वहीं एसपी ने बताया कि तत्कालीन भगवानपुर थानाध्यक्ष की आरोपियों से मिलीभगत के साक्ष्य मिले है, जिसकी जांच कर थानाध्यक्ष पर भी करवाई की जायेगी.
