बिहार के बगहा जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां यूपी-बिहार सीमा पर स्थित धनहा क्षेत्र में शराब कारोबारियों और असामाजिक तत्वों ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला कर दिया. इस हमले में विभाग की सरकारी स्कॉर्पियो गाड़ी (BR 06 PC 7848) को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया. हालांकि गाड़ी में सवार दरोगा, तीन सिपाही और चालक किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से भागने में सफल रहे.
घटना रविवार देर शाम धनहा थाना क्षेत्र के बांसी-धनहा मुख्य मार्ग पर कठार गांव के पास घटी. प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्पाद विभाग की टीम अवैध शराब कारोबारियों की धरपकड़ के लिए यूपी-बिहार सीमा के देवीपुर इलाके में पहुंची थी. वहां एक शराबी को पकड़ लिया गया, जबकि दूसरा पुलिस की गाड़ी देखकर भागने लगा. भागते समय वह गिरकर घायल हो गया.
जब ग्रामीणों ने उस घायल युवक को देखा, तो आक्रोशित होकर उत्पाद विभाग की टीम का पीछा किया और कठार गांव के समीप वाहन को घेरकर उस पर पथराव और हमला कर दिया. यह हमला इतना अचानक और उग्र था कि अधिकारी और जवान मौके से भागकर किसी तरह अपनी जान बचा सके.
घायल शराबी की पहचान गदियानी टोला निवासी बृजलाल यादव के रूप में हुई है. घटना की सूचना मिलते ही धनहा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. धनहा थानाध्यक्ष ने बताया कि क्षतिग्रस्त वाहन को जब्त कर थाने लाया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
उत्पाद थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने भी पुष्टि की कि घटना की सूचना स्थानीय थाने को दे दी गई है और वे खुद भी जांच में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है.
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद सीमावर्ती इलाकों में शराब की तस्करी और बिक्री लगातार जारी है. धनहा जैसे क्षेत्रों में यह आम बात हो गई है कि शराब की खेप सीमा पार से लाई जाती है और कुछ पियक्कड़ व कारोबारी खुलेआम शराब का सेवन या व्यापार करते हैं.
इस हमले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शराबबंदी कानून के बावजूद तस्करों और असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं, और सुरक्षा बलों की कार्रवाई में किस स्तर की चुनौतियाँ सामने आ रही हैं. प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.