बेगूसराय सदर अस्पताल में भ्रष्टाचार का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लाभुकों को मुफ्त में मिलने वाले चश्मे के बदले 100 - 200 रुपए की वसुली की जा रही है. वीडियो वायरल होने के बाद सिविल सर्जन ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. बता दे कि सदर अस्पताल में सरकार की ओर से अधेड़ और बुजुर्ग लाभुकों के बीच चश्मा बांटने का प्रावधान है. लेकिन अस्पताल कर्मी सरकार के नियम के विपरीत मुफ्त वाला चश्मा देकर बदले में लाभुकों से 100 से 200 रुपए वसुली कर रहें हैं.
वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार, एक पीला शर्ट पहना हुआ व्यक्ति कर्मी के पास खड़ा होता है. रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने पास दो हरे रंग के खोल वाले दो चश्मे लेने के बाद अपने जेब से रुपये निकालकर डीलिंग कर्मी को दे रहा है. उसके बाद लाल गंजी और पैंट पहने हुए और गले में पीला गमछा वाला व्यक्ति अपने पर्स से रुपये निकालकर कर्मी को दे रहा है. एक छींटदार हरे रंग की साड़ी पहनी हुई महिला भी कर्मी को रुपये देते हुए नजर आ रही है. दूसरी महिला जो भूरे रंग की साड़ी पहनी हुई है वह भी पैसे निकालकर देती है, फिर कर्मी हरा रंग वाले खोल में बंद चश्मा दे देता है. पैसे लेने वाला कर्मी का चेहरा भी स्पष्ट नजर आ रहा है.
इससे स्पष्ट हो रहा है कि सदर अस्पताल में भ्रष्टाचार चरम पर है. रुपये लेकर मुफ्त वाला चश्मा बांटने का यह वीडियो 10 नवंबर को सदर अस्पताल की बताई जा रही है. इस मामले में सिविल सर्जन अशोक कुमार ने बताया कि संयोग से इस वीडियो को हमने भी देखा है. इस वीडियो को देखने के बाद लगा कि यह जो संज्ञान में आया है तो इस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए. इसलिए हम लोगों ने शुरुआत कर दी है. एक पक्षीय करने से मामला थोड़ा गड़बड़ हो जाता है. उनका भी एक मत लेना जरूरी है. उसके बाद जो होगा जरूरी कार्रवाई की जाएगी है. कर्मी का नाम दीपक कुमार है और वह एसीएमओ ऑफिस में कार्यरत है.
