पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में बुधवार (3 दिसंबर) की सुबह जूनियर डॉक्टरों की गुंडागर्दी का मामला सामने आया. ब्रेन हेमरेज से एक वृद्ध मरीज की मौत के बाद मृतक के परिजनों और जूनियर डॉक्टरों के बीच बहस शुरू हुई. ये बहस देखते ही देखते मारपीट में बदल गई. परिजनों ने आरोप लगाया है कि जूनियर डॉक्टरों ने उनके साथ जमकर मारपीट की और कुछ देर के लिए बंधक भी बना लिया. घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
सूचना मिलते ही पीरबहोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित पक्ष को अपने साथ थाना ले गई, जहां लिखित शिकायत दर्ज कराई जा रही है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. पीड़ित परिजन अमन सिंह ने बताया कि उनके पिता को ब्रेन हेमरेज होने के बाद तीन दिन पहले पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. बुधवार सुबह मरीज की स्थिति गंभीर हो गई, जिसके बाद ECG किया गया. अमन के अनुसार, उनकी बहन ने डॉक्टर से कहा कि रिपोर्ट को एक बार फिर से चेक कर लें. इस पर डॉक्टर ने बहन के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
अमन ने आगे बताया कि विरोध करने पर पुरुष डॉक्टर ने धक्का दिया और मारपीट की. अमन के पास मौजूद एप्पल मोबाइल छीन लिया गया. उनकी जेब में रखे 1 लाख रुपये गिर गए, जिसकी जानकारी उन्हें घटना के बाद हुई. अमन के साथ उनके दो मित्र भी थे, जिन्हें भी बंधक बनाकर पीटा गया. फिलहाल पीरबहोर थाना पुलिस ने पीड़ित को अपने साथ ले जाकर लिखित बयान लिया है, और पूरे मामले की जांच जारी है.
