रांची IIT कानपुर में PHD केमिकल इंजीनियरिंग में पढ़ने वाली प्रियंका जायसवाल की डेड बॉडी फांसी के फंदे पर लटकी हालत में मिली। उसने बीते साल 29 दिसम्बर को यहां एडमिशन लिया था। प्रियंका की मां ज्योत्सना ने सुबह अपनी बेटी प्रियंका को फोन किया, उसने फोन नहीं उठाया। घबराई मां ने यह बातें अपने पति नगेन्द्र जयसवाल को बतायी। पिता ने भी बिना दम लिये कई बार बेटी को फोन लगाया, रिंग होती रही, पर बेटी ने फोन नहीं उठाया। उनका मन विचलित हो गया। परेशान होकर हॉस्टल के मैनेजर रितू पांडेय को फोन किया। रितू छात्रा प्रियंका के कमरे में गई तो अंदर के सीन देख दंग रह गई। प्रियंका की लाश पंखे के सहारे फंदे पर लटकी मिली। 18 जनवरी की सुबह यह खबर सुनते ही घरवाले भागे-भागे कानपुर पहुंचे। प्रियंका झारखंड की दुमका की रहने वाली थी। उसके पिता नरेंद्र जयसवाल झारखंड में ही एक खान में इंजीनियर हैं। उनकी छोटी बेटी लिपी बेंगलुरु से MBBS की पढ़ाई कर रही है।
बेटी प्रियंका के बेजान शरीर को गले लगा मां रोती रही, चीखती-चिल्लाती रही..”उठ मेरी बेटी उठ, तुम तो मेरी बहादुर बेटी थी, ऐसा क्या हो गया कि अपना यह हाल कर लिया। तुम तो यहां पढ़ने के लिए आई थी। अब तुम्हारे बिना हमारा क्या होगा?” बार-बार यह बोल मां ज्योत्सना बेहोश हो जाती, वहीं पिता नरेंद्र जयसवाल कफन हटा-हटा कर बेटी के चेहरे को निहारते रहे। मां-पिता की हालत देख वहां मौजूद हर किसी के आंखों में आंसू छलक आये। हौले-हौले यह बातें सामने आई कि प्रियंका ने दो रोज पहले ही ऑनलाइन मोटी रस्सी खरीदी थी। तब उसने किसी से कहा था कि कपड़े सुखाने-टांगने के लिये खरीदी है। वह बीते कुछ दिनों से उदास-उदास सा रहा करती थी। तब पिता ने पुलिस को बताया कि घटना से एक रोज पहले रात में बेटी ने फोन पर करीब 1 घंटे तक बातें की थी। तब उन्हें बिल्कुल भी ऐसा लगा कि कुछ खतरनाक होने वाला है। उस रात बेटी से कहा रात के 9 बजे गये हैं, तुम्हारी मेस बंद हो जायेगी, जल्दी जाओ खाना खाकर आओ। तब बेटी ने फोन काटा। गुरूवार को उसने फोन नहीं उठाया। प्रियंका की मौत ने उसके पूरे परिवार को अंदर से हिला कर रख दिया है। मां बार-बार बेहोश हो जा रही है। इस घटना के बाद जितनी जुबां, उतनी तरह की बातें सामने आ रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुजरे एक महीने के अंदर खुदकुशी करने का यह तीसरा मामला सामने आया है। बीते 10 जनवरी की रात एक छात्र विकास मीना ने सुसाइड कर लिया था। वह एयरोस्पेस से एमटेक कर रहा था। छात्र मेरठ का रहने वाला था। इसी तरह 29 दिन पहले IIT कानपुर में 20 दिसंबर 2023 के दिन महिला अधिकारी पल्लवी चिल्का ने फांसी लगाकर जान दी थी। सबसे हैरत की बात यह है कि IIT प्रशासन मौनी बाबा बना हुआ है। बिल्कुल चुप्पी साधे हुये हैं। आखिर प्रियंका ने ऐसा क्यों किया, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। IIT कानपुर अब कोटा बनता जा रहा है। यहां पर अब तक कई सुसाइड केस हो चुके है। इसमें स्टूडेंट्स से लेकर स्टाफ तक शामिल हैं।