झारखंड में लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी विधानसभा चुनाव की है. लोकसभा में आए नतीजों की सभी पार्टियां समीक्षा कर रही हैं और साथ ही विधानसभा की रणनीतियां तय कर रही हैं. सभी पार्टियां अभी से चुनावी मोड में आ चुकी हैं. इस कड़ी में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. महतो ने कहा है कि पार्टी राज्य भर में पदयात्रा करेगी और लोगों के बीच जाएगी. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्रियों को प्रभारी और एक मुख्यमंत्री को सह प्रभारी नियुक्त किया है. एनडीए की एकजुटता और सक्रियता पर इंडिया ब्लॉक ने तंज कसा है. जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि बीजेपी के पीछे रहकर आजसू चुनाव लड़ती है. उन्हें चार-पांच सीट मिलती हैं. इस बार आजसू का खाता खुलेगा कि नहीं और बीजेपी दहाई का आंकड़ा पार करेगी कि नहीं इस पर संदेह है. उन्होंने कहा कि जो कमजोर विद्यार्थी होते हैं, उन्हें ज्यादा तैयारी करनी पड़ती है. उसके बाद भी परीक्षा फल क्या आएगा, वह देखना होगा. जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड आदिवासियों की भूमि है आंदोलनकारी और क्रांतिकारियों की भूमि है और यह लोग आदिवासियों की बात नहीं करते हैं. मनोज पांडे ने कहा कि जिस तरह से इन लोगों ने आदिवासियों को प्रताड़ित किया है. जनता इसका हिसाब जरूर करेगी. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को जनता स्वीकार करने नहीं जा रही है. बीजेपी ने 10 सालों में जो झारखंड के खिलाफ साजिश रची है, जनता इसका बदला लेगी. उन्होंने कहा कि एनडीए के लोग महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं करते. आजसू की पदयात्रा पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इसका कोई असर नहीं होने वाला है. पहले भी आजसू ने पदयात्रा की थी. उसका कोई फल नहीं निकला था. आजसू का बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वह एनडीए में हैं और उन्हें केंद्र में मंत्री पद नहीं मिला है. ऐसे में उन्हें कम से कम झारखंड को विशेष राज्य का दर्जन दिलाने की मांग करनी चाहिए. वहीं इस पर बीजेपी प्रवक्ता अशोक बड़ाइक ने कहा कि बीजेपी 365 दिन चुनावी मोड में रहती है और अपने कार्यकर्ताओं और कार्यक्रम के माध्यम से लगातार क्षेत्र में जनता के बीच बनी रहती है. इसी कड़ी में कल प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति झारखंड के लिए की गई है. इसका भी प्रभाव देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि आजसू एक क्रांतिकारी पार्टी है और उन्होंने भी अपना 100 दोनों का रोड मैप तैयार किया है. एनडीए विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर लड़ेगी.