मांडर : प्रखंड के टांगरबसली-पचपदा मुख्य पथ पर बिरगोड़ा नदी में संवेदक की ओर से बनाया गया बांस का डायवर्सन दो दिन भी टिक नहीं पाया और तेज बारिश से सोमवार की रात वह भी बह गया। बांस के वैकल्पिक डायवर्सन के बहने से मंगलवार की सुबह दर्जनों बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह गये। ज्ञात हो कि इससे पहले यहां बनाया गया डायवर्सन 30 जुलाई को बह गया था।
इसके बाद संवेदक की ओर से जैसे-तैसे 18 दिन के बाद नदी पर बांस का पुल बनाया गया था।
इस काम चलाऊ डायवर्सन के निर्माण से भी क्षेत्र के लोग उनका आवागमन का काम नहीं रुक रहा है, लेकिन बांस यह पुल भी बारिश में बह गया। इधर, इस घटना के बाद ग्रामीणों में संवेदक के प्रति भारी नाराजगी है। ग्रामीणों ने मामले कार्य करा रहे संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों के अनुसार नदी पर पहले से ही काफी मजबूत छलका पुल बना हुआ था, जिसे नया पुल बनाने से पहले संवेदक के लोगों ने पत्थर व छड़ निकालने के लिए उसे भी तोड़ दिया। ग्रामीणों की परेशानी के बाद भी मजबूत डायवर्सन का निर्माण नहीं किया जा रहा है।