जाने-माने उद्योगपति और टाटा ग्रुप के मुखिया रतन टाटा का निधन हो गया है. उनके जाने से भारतीय उद्योग जगत को तगड़ा झटका लगा है. रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा X पर लिखा कि श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया. साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया. उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई.
झारखंड में एक दिन का राजकीय शोक
रतन टाटा के पूर्वजों का झारखंड से विशेष रिश्ता रहा है. उनकी वजह से ही जमशेदपुर को टाटानगर कहा जाता है. दरअसल 1907 में जमशेदजी टाटा ने यहां टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की नींव रखी जो कि अब टाटा स्टील है. 1919 में भारत के गर्वनर जनरल वायसराय लार्ड चेम्सफोर्ड ने जमशेदपुर और कालीमाटी स्टेशन का नाम बदलकर टाटानगर रखा था. रतन टाटा का भी इस शहर से विशेष लगाव रहा है. उनके निधन पर सीएम हेमंत सोरेन ने एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया है.