बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले एक इंजीनियर की बेंगलुरु में संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई. मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहादुरपुर के रिटायर्ड रेल कर्मी दिनेश कुमार यादव के पुत्र रवि कुमार के रूप में की गई है. 34 वर्ष के रवि बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. रवि एमटेक की पढ़ाई बेंगलुरु में ही रहकर किया. पढ़ाई खत्म कर वंही जॉब कर रहे थे. वे बेंगलुरु के ऐलहनका इलाके में आरएमजेड गैलरिया अपार्टमेंट में रहते थे. सोमवार (16 दिसंबर) को रवि का शव समस्तीपुर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया.
बता दें कि रवि की शादी पिछले साल ही हुई थी. उसकी पत्नी समस्तीपुर में ही रहती है. बेंगलुरू पुलिस का दावा है कि 13 दिसंबर को इंजीनियर ने 16 वीं मंजिल से छलांग लगाई थी, जिससे उसकी मौत हो गई. जबकि मृतक के चाचा उमेश कुमार यादव और भाई का कहना है कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. परिवार वालो का कहना है कि उसे कंपनी वालों ने हिसाब-किताब करने के लिए बुलाया था. 12 दिसंबर को रवि समस्तीपुर से बेंगलूर गया था. इस बीच उसके 16वीं मंजिल से नीचे कूद जाने की सूचना दी गई.
वहीं परिवार के लोग का कहना है कि रवि आत्महत्या कर ही नहीं सकता है. परिजनों का आरोप है कि हत्या को आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है. परिजन बिहार सरकार और कर्नाटक सरकार से इस मामले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. मृतक रवि के चाचा उमेश कुमार और छोटे भाई शिव कुमार ने बताया कि रवि के साथ अपार्टमेंट में तीन अन्य लोग भी रहते थे, जो घटना के बाद से फरार हैं. उन्होंने कहा कि अगर यह आत्महत्या होती तो कोई सुसाइड नोट जरूर मिलता. रवि को कंपनी के हिसाब-किताब के लिए बुलाया गया था. यह स्पष्ट है कि उन्हें धोखे से मारा गया और इसे आत्महत्या का रूप दिया गया.