झारखंड में ‘टोपी और जाति’ पर गरमाई सियासत, मंत्री इरफान अंसारी और बीजेपी विधायक सी पी सिंह में तीखी बयानबाजी

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झारखंड की राजनीति में इन दिनों बयानबाजी तेज हो गई है. मंत्री इरफान अंसारी और बीजेपी विधायक सी पी सिंह के बीच सियासी तकरार बढ़ गई है. इरफान अंसारी ने सी पी सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह उन्हें रमजान के मौके पर हरी टोपी पहनाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि "अगर कानून व्यवस्था तोड़ी गई तो ठीक नहीं होगा." राजनीति में धर्म और जाति से जुड़े बयानबाजी आम हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर तंज कसने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे.

सी पी सिंह का पलटवार, बोले- ‘मैं राजपूत हूं’
मंत्री इरफान अंसारी के बयान पर बीजेपी विधायक सी पी सिंह ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि "रमजान के महीने की बधाई तो है, लेकिन मैं टोपी पहनने वाला नहीं हूं." उन्होंने आगे कहा कि "अगर इरफान अंसारी जय श्री राम बोलेंगे और तिलक लगाएंगे, तब मैं टोपी पहनूंगा." इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि "हां, मैं राजपूत हूं, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए."

कांग्रेस का बयान - ‘हरा रंग शांति का प्रतीक’
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कमल ठाकुर ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "हरा रंग शांति का प्रतीक है और इसे लेकर किसी को परहेज नहीं होना चाहिए." उन्होंने आगे कहा कि "अगर कोई धर्म का पर्व है और कोई उसमें शामिल होता है, तो वह अच्छा आदमी कहलाता है." उन्होंने सी पी सिंह से इरफान अंसारी का न्योता स्वीकार करने की अपील की.

जेएमएम का पलटवार, कहा- 'बेकार की बहस'
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि "इस तरह की बहस ही नहीं होनी चाहिए." उन्होंने आरोप लगाया कि "सम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए इस तरह की हल्की बयानबाजी की जा रही है."

बीजेपी नेता सुबोध सिंह ने मंत्री पर साधा निशाना
बीजेपी नेता सुबोध सिंह ने मंत्री इरफान अंसारी पर तंज कसते हुए कहा कि "उन्हें टोपी पहनाने में ज्यादा दिलचस्पी है, लेकिन उन्हें अपने स्वास्थ्य मंत्रालय पर ध्यान देना चाहिए." उन्होंने कहा कि "ईद के दौरान रांची का मेन रोड पूरी तरह जाम हो जाता है, जिस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए."

झारखंड में राजनीतिक दलों के बीच बयानों का दौर जारी है. टोपी और जाति को लेकर शुरू हुआ यह विवाद अब साम्प्रदायिक सौहार्द और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक पहुंच गया है. अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद कितना और बढ़ता है.

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