बिहार में पुलिस पर हमले की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते कुछ महीनों में प्रदेश के कई जिलों में पुलिसवाले पिट चुके हैं. यह सिलसिला अब तक जारी है. ताजा मामले नवादा और नालंदा जिले से सामने आए हैं, जहां पुलिस टीम पर हमला हुआ है. नवादा में एक बार फिर से पुलिस टीम पर हमला किया गया. जिसमें 7 पुलिसकर्मी जख़्मी हो गए है. जिसमें एक हवलदार के दोनों पैर टूट गए हैं. नवादा पुलिस ने इसे उग्रवादी हमला बताया है. घटना टीकोडीह गांव की है. बताया जा रहा है कि उग्रवाद प्रभावित जिले में कौआकोल थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. एक सिपाही की दोनों टांगे टूट गई हैं. लोगों ने पुलिस की गाड़ी को भी तोड़ दिया.
घायल सिपाही ने बताया कि डायल 112 को फोन आया था कि स्थानीय लोगों ने धनबाद के चार व्यक्तियों को बंधक बना रखा है. उन्हें छुड़ाने के लिए डायल 112 की टीम जब गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया. जिसमें कुल 4 पुलिस कर्मी जख़्मी हो गए. डायल 112 की टीम को रिलीफ पहुचाने के लिए कौआकोल थाने की टीम वहां पहुंची. ग्रामीणों ने उस पर भी हमला बोल दिया. उस टीम के भी तीन पुलिसकर्मियों के जख्मी हो गए. इस तरह से इस हमले में कुल 7 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से बड़ी संख्या में पुलिस गांव में कैम्प कर रही है.
इससे पहले कैमूर जिले के गारा चौबे नहर पथ पर शराब की तस्करी रोकने गई उत्पाद विभाग की पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने हमला कर दिया था. इस हमले में एएसआई सतीश कुमार निराला सहित तीन पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घटना उस वक्त हुई जब पुलिस टीम ने महरथा पुल के पास एक संदिग्ध बाइक सवार युवक को रोका गया, जिसकी तलाशी लेने पर शराब बरामद हुई थी. आरोपी युवक को छुड़ाने के लिए उसके साथियों ने पलिस पर हमला कर दिया था. पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है.