बिहार के सीवान जिले में एक मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने तिहाड़ जेल से बेल पर बाहर आए कुख्यात अपराधी राहुल यादव का एनकाउंटर कर दिया. यह मुठभेड़ एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और जिरादेई थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुई. मुठभेड़ में घायल राहुल को पहले सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. यह घटना जिरादेई थाना क्षेत्र के खड़गीरामपुर गांव की है. घायल राहुल यादव इसी गांव का रहने वाला है और योगेंद्र यादव का बेटा बताया जा रहा है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, राहुल यादव का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. वह दिल्ली के चर्चित द्वारका पूरी हत्याकांड में आरोपी था और इसी आरोप में तिहाड़ जेल में बंद था.
हाल ही में वह जमानत पर जेल से बाहर आया था और अपने गांव लौटा था. घटना की शुरुआती जानकारी के अनुसार, सोमवार की अहले सुबह एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की एक संयुक्त टीम ने राहुल यादव के घर पर छापा मारा. बताया जा रहा है कि राहुल घर की छत पर सोया हुआ था. पुलिस को देखते ही उसने भागने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई, जिसमें राहुल यादव के हाथ और पैर में गोली लग गई.
गोली लगते ही पुलिस ने उसे तुरंत सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे पटना रेफर कर दिया गया. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पुलिस और एसटीएफ की टीम वहां किस मकसद से पहुंची थी. फिलहाल पुलिस इस मामले पर मीडिया से दूरी बनाए हुए है और कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. वहीं स्थानीय लोगों में घटना को लेकर दहशत का माहौल है. सूत्रों का मानना है कि राहुल यादव की गतिविधियों को लेकर पुलिस को पहले से इनपुट मिला था, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई. अब सभी की नजर पुलिस की आधिकारिक रिपोर्ट और राहुल यादव की आपराधिक कड़ियों पर टिकी है.