'मारो पर वीडियो मत बनाओ', बिहार और यूपी वालों को लेकर राज ठाकरे की इस अपील पर भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है. डॉ. निशिकांत दुबे ने ठाकरे बंधुओं पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाया है. डॉ. दुबे ने कहा, मुम्बई में शिवसेना उद्धव, मनसे राज ठाकरे और एनसीपी पवार साहब में और कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं को भगाने वाले सलाउद्दीन, मौलाना मसूद अज़हर तथा मुम्बई में हिंदुओं पर अत्याचार करने वाले दाउद इब्राहिम में क्या फर्क है? एक ने हिंदू होने के नाते अत्याचार किया तो दूसरे हिंदी के कारण अत्याचार कर रहे हैं? हिंदी भाषी लोगों को मुम्बई में मारने वाले यदि हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मारकर दिखाओ. अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है? कौन कुत्ता कौन शेर...खुद ही फ़ैसला कर लो.
डॉ. निशिकांत दुबे ने पूछा, आपके पास कौन सी इंडस्ट्री है? हमारी कमाई पर आप पलते हो. अगर आपके अंदर हिम्मत है तो और आप हिंदी भाषियों को मार सकते हो तो पहले उर्दू, तमिल और तेलुगु बोलने वालों को मारो. अगर खुद को इतना बड़ा बॉस समझते हो तो महाराष्ट्र से बाहर आओ. बिहार उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में आओ. तुम्हें पटक-पटककर मारेंगे.
डॉ. दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र और मराठी भाषा का बहुत सम्मान है. देश की आजादी की लड़ाई में महाराष्ट्र और मराठी भाषा का बड़ा योगदान है, लेकिन वृहन्मुंबई महानगरपालिका का चुनाव नजदीक आने के कारण ठाकरे बंधु सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसा स्वांग रच रहे हैं. गोड्डा से सांसद डॉ. दुबे ने ठाकरे बंधुओं को चुनौती देते हुए कहा, अगर हिम्मत है और खुद की ताकत पर भरोसा है तो माहीम दरगाह के सामने जाओ और किसी हिंदी या उर्दू बोलने वाले को मारकर दिखाओ.