बिहार में दानापुर पुलिस ने मानव तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. दरअसल, बिहार से बच्चियों को बहला-फुसलाकर राजस्थान और हरियाणा में बेचने वाली महिला तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी भोजपुर जिले के आरा से की गई है. गिरफ्तार महिला की पहचान बिंदा कुंअर उर्फ मीरा के रूप में हुई है, जो इस गिरोह की मुख्य सरगना बताई जा रही है.
सिटी एसपी पश्चिमी पटना भानु प्रताप सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दानापुर थाना क्षेत्र से 25 बच्चियों के गुमशुदगी की रिपोर्ट 19 जून को दर्ज की गई थी. इस गंभीर मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया, जिसमें दानापुर थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे. अब तक इस केस में पुलिस 5 आरोपियों को जेल भेज चुकी है, जबकि मुख्य सरगना की तलाश जारी थी.
विज्ञान-तकनीक की मदद से की गई जांच के बाद आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और मुख्य आरोपी बिंदा कुंअर को आरा से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने यह कबूल किया कि उसने न सिर्फ इस मामले में शामिल लड़की की तस्करी की थी, बल्कि पहले भी दो अन्य बच्चियों को राजस्थान और हरियाणा के इलाकों में बेच चुकी है. पूछताछ में बिंदा कुंअर ने यह भी बताया कि वह बच्चियों को पहले पटना से बहला-फुसलाकर आरा लाती थी, फिर वहां से उन्हें राजस्थान और हरियाणा के अलग-अलग स्थानों पर भेजकर बेच देती थी. यह एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा था, जो मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दे रहा था.
पुलिस कर रही पूरे नेटवर्क की तलाश
वहीं इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस राजस्थान और हरियाणा में सक्रिय अन्य तस्कर साथियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा ताकि इस तरह की घिनौनी वारदातों पर पूरी तरह से रोक लग सके. भानु प्रताप सिंह, सिटी एसपी पश्चिमी, पटना ने बताया कि मानव तस्करी जैसे जघन्य अपराध में शामिल मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हमारी प्राथमिकता थी. हमने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.