हजारीबाग: शिक्षा जगत से जुड़े शीला अंजली हेम्ब्रम और राज कुमार मुर्मू की दर्दनाक मौत देख लोगों का आक्रोश सड़कों पर झलका। जहां तहां रोड जाम कर दिया गया। हजारों की भीड़ सड़कों पर उतर आयी। शीला और राज कुमार को कोयले से लदे एक हाइवा ने बुरी तरह से रौंद दिया। उनके शरीर के कई टुकड़े हो गये। लोगों ने बटोर कर उनकी डेड बॉडी को एक जगह रखा। लोगों का गुस्सा तब और उबाल पर आ गया, जब मौके पर पहुंची पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी। लोगों का इल्जाम था कि पुलिस ने उनपर लाठियां भांजी। सड़क पर उतरे लोगों में से कुछ ने कहा कि हर 15 दिन बाद हाइवा किसी एक को कुचल जाता है। बड़कागांव हाइवे डेंजर जोन बन गया है। इस राह में चलने का मतलब है जान हथेली में लेकर चलना। महावीर और विधायक के भाई अंकित ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है। ऐसी मौत भगवान किसी को न दे। कोयला ढोने वाले हाइवा के लिए अलग रास्ता होना चाहिए या फिर कनवेयर बेल्ट के जरिए कोयले की ढुलाई हो। आये-दिन हाइवा की चपेट में आने से लोग बेमौत मारे जाते हैं। सुनें क्या बोले लोग…