दिल्ली चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी काफी गंभीर नजर आ रही है. इसी कड़ी में झारखंड को लेकर पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है. झारखंड में दूसरी बार इंडिया ब्लॉक की सरकार बन चुकी है. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी भी अबुआ सरकार का हिस्सा है. पार्टी आलाकमान चाहते हैं कि चुनाव के दौरान जो वादे जनता से किए गए थे, उन्हें अब पूरा किया जाए. इसी को लेकर पार्टी नेतृत्व ने अपनी पार्टी के सभी मंत्रियों को निर्देश दिया है कि उनकी छवि जनता के बीच पॉजिटिव रहे. पार्टी ने झारखंड में अपने सभी मंत्रियों के कामकाज और पार्टी कार्यकर्ताओं-आमजन में उनकी छवि का सोशल ऑडिट कराने का फैसला किया है. इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है.
इस प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि किसी भी कामकाज का रिव्यू और ऑडिट जरूरी है, क्योंकि उसे संबंधित व्यक्ति विभाग और जनता का ही बेहतर होगा. वहीं कांग्रेस के इस रिव्यू पर बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि ये सीएम का विषेशाधिकार होता है.कांग्रेस का आलाकमान क्यों कूद रहा है, ये समझ से परे है. बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अगर अच्छे कार्य करने वाले को सम्मानित किया जाएगा, तो खराब काम करने वाले को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा?
बीजेपी प्रवक्ता के बयान पर जेएमएम प्रवक्ता डॉ. तनुज खत्री ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस का अपना इनटर्नल मामला है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी को रिव्यू शब्द से ही नफरत है, क्योंकि अगर प्रधानमंत्री का रिव्यू होगा तो सबसे पहले वो रिप्लेस होंगे. इसी तरह से योगी आदित्यनाथ जी का रिव्यू होगा तो वो भी बदले जाएंगे. जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि अगर गृहमंत्री अमित शाह का रिव्यू होगा तो वो तड़ीपार हो जाएंगे.