नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे एक हृदयविदारक हादसा बताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "यह खबर सुनकर मन अत्यंत आहत है. मरांगबुरू (ईश्वर) दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिवारजनों को इस कठिन घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें." साथ ही, उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई जनहानि अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति और शोकाकुल परिवारों को धैर्य प्रदान करें." वहीं, रांची से भाजपा सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने इसे दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "भगवान पुण्यात्माओं को शांति प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले."
ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह हादसा अफवाह के कारण हुआ. उन्होंने कहा, "आस्था की भावना इतनी बड़ी हो जाती है कि जब लाखों लोग बिना पूर्व सूचना के एक साथ किसी स्थान पर पहुंचते हैं, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है."
हालांकि केंद्र और राज्य सरकार ने कुंभ जैसे विशाल आयोजनों को लेकर व्यापक इंतजाम किए थे, लेकिन इस घटना ने प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रेलवे स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ की स्थिति बनी.
घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. अधिकारियों का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भविष्य में अधिक सख्त कदम उठाए जाएंगे.