भारत में साइबर ठगी को लेकर झारखंड सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इस साल महज छह महीने में झारखंड में कितने रुपयों की और किस देश से भारत में साइबर ठगी हुई है, इसके हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं. डीजीपी अनुराग गुप्ता की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, झारखंड में दो तरह के साइबर क्राइम बड़े पैमाने पर हो रहे हैं- पहला स्मॉल वैल्यू क्राइम और दूसरा लार्ज वैल्यू क्राइम. स्मॉल वैल्यू क्राइम में जामताड़ा, देवघर जैसे शहर के साइबर ठग 50 हजार से लेकर 2 लाख तक की ठगी कर रहे हैं, जबकि लार्ज वैल्यू क्राइम में चीन, हांगकांग, दुबई और सिंगापुर से बैठकर लाखों-करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया जा रहा है.
अभी तक पुलिस की जांच में जो बातें निकलकर सामने आई हैं, उनमें स्मॉल वैल्यू क्राइम में होटल के रिजर्वेशन, किसान बीमा, ड्रग्स समेत अन्य मामले को लेकर ठगी की जा रही है. दूसरी ओर, लार्ज वैल्यू क्राइम में डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. झारखंड पुलिस का कहना है कि इस साल महज छह महीने में 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की बड़ी ठगी हुई है.
झारखंड पुलिस की उनलोगों पर पैनी नजर है, जिनके अकाउंट में ठगी के रुपये जा रहे हैं. देश भर से ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. ये सब डिजिटल लेबरर तो गिरफ्तार हो रहे हैं पर इनके आका, जो विदेशों में बैठकर मोटी ठगी कर रहे हैं, उनको पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती है.
डीजीपी अनुराग गुप्ता का कहना है, झारखंड सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच साइबर क्राइम के खिलाफ लगातार बड़ी सफलताएं हासिल कर रही है. लगातार साइबर ठगों की गिरफ्तारियां हो रही हैं, जिनके आका चीन में बैठकर भारत देश को कंगाल बनाने में लगे हुए हैं. डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर हुए साइबर ठगी के आंकड़े भी चौंकाने वाले सामने आ रहे हैं. जिन लोगों के अकाउंट में ठगी के पैसे जा रहे हैं, उसको पुलिस टारगेट कर रही है. चीन और हांगकांग में छिपे साइबर अपराधियों को भी गिरफ्तार कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि झारखंड पुलिस ने ठान लिया है कि जिन लोगों के अकाउंट में ठगी का पैसा जाएगा, देश के किसी भी कोने से पकड़ लिया जाएगा.