कटिहार में एक बार फिर से फाइनेंस कंपनी की ओर से ठगी का मामला सामने आया है. यहां प्रियदर्शन की फिल्म 'हेराफेरी' की तरह ही लोगों को ठगने का मामला सामने आया है. फिल्म हेराफेरी में 4 दिन में पैसा डबल किए जाने का वादा करके लोगों को चूना लगाया था. यहां 4 दिन में लोगों को लोन देने का वादा करके ठगी की गई है. यह पूरा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र सिरसा का है. यहां कई लोगों से 5000 रुपए लोन देने के नाम पर ठगने का मामला प्रकाश में आया है. ठगी के शिकार हुए लोगों ने सिरसा पहुंचकर जमकर हंगामा किया. बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिरसा चौक पर किराए के मकान में चार-पांच दिन पहले खुले एक तथाकथित फाइनेंस कंपनी के कुछ लोगों ने चार दिन में सैकड़ो लोगों को लोन का सपना दिखाकर लाखों रुपए ऐंठकर फिल्मी अंदाज में फरार हो गई.
तथाकथित कंपनी ने कुछ लोगों से कहा कि हर किसी को डेढ़ लाख रुपए का लोन मिलेगा. इसके लिए करंट अकाउंट खुलवाना होगा और अकाउंट में कम से कम 5 हजार रुपये कम से कम रखना पड़ेगा. लालच में आकर सैकड़ों लोगों ने प्रोसेसिंग फीस और अकाउंट बैलेंस के नाम पर पांच-पांच हज़ार जमा कर दिए. लोगों का आरोप है कि कंपनी से जुड़े एजेंटों ने पहले डोर टू डोर जाकर लोगों को लुभाया. फिर सभी को ऑफिस बुलाकर चेक के माध्यम से भुगतान का आश्वासन दिया और कंपनी के एजेंट ने कल कार्यालय में आने के लिए कहा, लेकिन जब लोग लोन के कंपनी के ऑफिस सिरसा पहुंचे तो ऑफिस बंद मिला. संबंधित एजेंट को जब लोगों ने फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ स्विच ऑफ रहने का संदेश प्राप्त हुआ.
इसके बाद लोगों को माजरा समझ में आया. स्थानीय 112 पुलिस पहुंची तो आक्रोशितों का गुस्सा शांत कराया. लोगों का आरोप है कि ठगों ने केवल कटिहार ही नहीं बल्कि पूर्णिया के लोगों से भी मोटी रकम वसूली है. पीड़ितों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मौके पर पहुंचे और जमकर आक्रोश जताया. हंगामा करने वाले लोगों ने संबंधित कंपनी के संचालक को किराए पर मकान देने वाले मकान मालिक को भी खड़ी खोटी सुनाई. हंगामे की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है. इधर इस मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष शशि रंजन ने मौखिक बताया कि कुछ लोगों के द्वारा विभिन्न लोगों से लोन देने के नाम पर 5-5 हजार रुपए ठगने का मामला सामने आया है. हंगामा किए जाने की सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर लोगों को समझों जाकर मामला को शांत कराया. बताया कि इस मामले में लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. आवेदन पर केस दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.