झारखंड में खेल को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में खबर आई है कि लगभग 150 खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. इससे राज्य के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिलेगा. इसके साथ ही खेल विभाग सूबे में खिलाड़ियों का डेटा भी तैयार करेगा, जिससे उनकी प्रतिभा को संवारा जा सके.
'हमारे बच्चों में क्षमता है'
झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है, झारखंड के जो खिलाड़ी हैं वो हर क्षेत्र में आगे रहें. हमारे बच्चों में क्षमता है, सिर्फ निखारने की आवश्यकता है. खेल मंत्री सटीक सोच रखकर काम कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता कमल ठाकुर ने कहा कि भारत के पटल पर झारखंड के खिलाड़ियों ने नाम रौशन किया है, झारखंड के खिलाड़ियों को और बेहतर प्रशिक्षण मिलेगा तो और बेहतर परिणाम मिलेगा. खेल में झारखंड भारत का नंबर वन राज्य हो जाएगा.
वहीं, इसे लेकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि खेल गांव में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति खराब है, बुरे हालत में बच्चे ट्रेनिंग ले रहे हैं. राज्य सरकार की मंशा पर प्रश्न खड़ा होता है. सरकार घोषणा तो करती है पर उद्देश्य पूरा न हो, खिलाड़ियों को लाभ न मिले, तो क्या फायदा, सरकार को इस दिशा में पहल करना चाहिए कि ठोस लाभ हो.