बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राज्य में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं. एक ओर जहां एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी महागठबंधन में शामिल होना चाह रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी बिहार में चुनाव लड़ने को बेकरार नजर आ रहे हैं. जिससे वहां का राजनीतिक माहौल दिलचस्प हो गया है.
पार्टी ने 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पार्टी की ओर से सूची भेजी गई है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हमारा मकसद गरीबों को जमीन, बेरोजगार युवाओं को रोजगार, फ्री शिक्षा जैसे मुद्दों पर काम करना है. युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ हुनर (स्किल) की कमी के कारण रोजगार नहीं मिलता.
सुभासपा रोजगार सृजन और स्किल डेवलपमेंट पर काम करने की योजना बना रही है, जिससे युवाओं को रोजगार मिले. उन्होंने कहा कि हमने यूपी में ऐसा किया है और बिहार में भी करेंगे. सुभासपा बिहार में भी रोजगारपरक शिक्षा लागू करने की कोशिश करेगी.पटना में शुक्रवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ, जिसमें भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. इस अधिवेशन में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों और एनडीए के साथ गठबंधन को मजबूत करने की रणनीति बनाने पर चर्चा की गई.
मीडिया से बातचीत के दौरान यूपी सरकार में मंत्री और पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने स्पष्ट किया कि पार्टी एनडीए के साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने 29 सीटों पर दावेदारी की बात दोहराई, जिसकी सूची पहले ही भाजपा नेतृत्व को सौंपी जा चुकी है. राजभर ने कहा कि यह अधिवेशन पार्टी के लिए बिहार में अपनी जमीनी ताकत दिखाने और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का एक बड़ा मंच है.
राजभर ने पिछड़े और अतिपिछड़े वर्गों के हितों को उठाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली भी वार्ता हुई है और बिहार में भाजपा अध्यक्ष से भी बात हुई है. इसके अलावा अन्य नेताओं से बातचीत चल रही है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को दगा हुआ कारतूस बताया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को जनता गंभीरता से नहीं लेती है. उन्होंने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर लगातार चुनाव हारने का तंज कसा.