झारखंड में घाटशिला विधानसभा के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होना है. घाटशिला में अब तक आमने-सामने वाले मुकाबले की ही तस्वीर दिखाई दे रही है. चुनावी बिसात बिछाने से पहले पहले एनडीए ने अपनी एकजुटता का संदेश देकर विरोधियों को मात देने की फिराक में है! वहीं, इंडिया गठबंधन पूरी तरह से मुकाबले के लिए तैयार नजर आ रही है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह तय हो गया है कि घाटशिला उपचुनाव में एनडीए का संयुक्त प्रत्याशी होगा जो कि बीजेपी का होगा. हमारे सभी घटक दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार के चुनाव में बाबूलाल सोरेन कैंडिडेट थे. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उन्होंने 75000 वोट लाए थे और सिर्फ 22-23 हजार वोट से पराजित हुए थे. उसे वक्त हेमंत सोरेन की लहर चल रही थी. घाटशिला विधानसभा का चुनाव हमेशा इंटरेस्टिंग रहा है.
जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि घाटशिला चुनाव का बिगुल बज चुका है. हम पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में है, लेकिन यह लड़ाई मुख्य रूप से एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच है. एनडीए ज्यादा बेचैन और विचलित है, क्योंकि उनको जमीनी हकीकत पता है. मनोज पांडेय ने कहा कि घाटशिला हमारी परंपरागत सीट रही है. मुख्यमंत्री की लोकप्रियता जीत में मददगार साबित होगी. विरोधियों की जमानत जब्त करने की क्षमता हमारे में है.
कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचारी पार्टी को झारखंड की जनता ने पहले ही उखाड़ कर फेंक दिया है. बीजेपी के भ्रष्टाचार को जनमानस जान चुकी है. घाटशिला का चुनाव पूरी मजबूती के साथ हम लड़ रहे हैं और एनडीए लाख अपनी मजबूती का दंभ भरे हकीकत सबको पता है. हम मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं और पहले से ज्यादा मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचेंगे.
