रांची में संचालित एक ड्रग सप्लायर फर्म से उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कोडीन फॉस्फेट युक्त प्रतिबंधित कफ सिरप की अवैध सप्लाई का बड़ा मामला सामने आया है. अधिकारियों की जांच में पता चला कि रांची के शैली ट्रेडर्स नामक सप्लायर ने वाराणसी सहित यूपी के कई जिलों में बड़े पैमाने पर यह कफ सिरप भेजा. इस मामले में वाराणसी में कुल 28 थोक दवा विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच में यह सामने आया कि शैली ट्रेडर्स ने वर्ष 2023 से 2025 के बीच ऐबट हेल्थकेयर से लगभग 89 लाख रुपये की फेन्सीडिल खरीदी और उसे अवैध तरीके से 93 थोक दवा विक्रेताओं को सप्लाई कर दिया. जांच अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क प्रतिबंधित कफ सिरप उन समूहों तक पहुंचा रहा था जो इसे नशे के रूप में इस्तेमाल करते हैं. कई दुकानों पर कफ सिरप स्टॉक का कोई बिक्री रिकॉर्ड नहीं मिला, जिससे संदेह और गहरा गया.
ड्रग इंस्पेक्टर जुनाब अली ने शनिवार देर शाम कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया. एफआईआर में शैली ट्रेडर्स के संचालक शुभम जायसवाल, उनके पिता भोला प्रसाद और कुल 28 दवा विक्रेताओं को नामजद किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि इस सप्लाई चेन का नेटवर्क काफी बड़ा है और लंबे समय से काम कर रहा था. रिकॉर्ड नहीं रखने की वजह से यह जांच से बचते आ रहे थे.
अधिकारियों के अनुसार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कोडीन फॉस्फेट युक्त कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामलों के बाद पूरे देश में स्टॉक की जांच शुरू की गई थी. इसी दौरान वाराणसी और रांची के बीच चल रही अवैध सप्लाई का खुलासा हुआ. एफआईआर के बाद पुलिस टीमों ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू कर दी है. जांच एजेंसियों ने संकेत दिया है कि नेटवर्क और बड़ा हो सकता है, इसलिए दायरा अन्य राज्यों तक भी बढ़ाया जाएगा.
