रांची से एक बड़ी खबर सामने आई है, भगवान बिरसा मुंडा जयंती के मौके पर इस बार मोराबादी में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. जनजाति गौरव दिवस आयोजन समिति की ओर से मोराबादी स्थित बापू वाटिका के पास प्रेसवार्ता कर इस कार्यक्रम की जानकारी दी गई है. समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार का आयोजन पहले से कहीं ज्यादा भव्य और सांस्कृतिक होगा, जिसमें जनजातीय समाज की परंपरा और गौरव पूरी तरह से दिखाई देगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की पहल
कार्यक्रम का आयोजन 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के अवसर पर किया जाएगा. यह दिन पूरे देश में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू हुई इस परंपरा का उद्देश्य आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपरा और उनके योगदान को सम्मान देना है.
डॉ. रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में होगा आयोजन
इस वर्ष का मुख्य आयोजन डॉ. रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में होगा. आयोजन समिति के सदस्यों के अनुसार, इसमें राज्यभर से 40 से 50 नृत्य मंडलियां हिस्सा लेंगी. ये मंडलियां अपने पारंपरिक गीतों और नृत्यों के माध्यम से झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को पेश करेंगी. इस दौरान आदिवासी समुदाय के वीर नायकों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि भी दी जाएगी. समिति ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल महोदय होंगे. साथ ही राज्य के कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और सामाजिक संगठन भी शामिल किए जाएंगे. आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं जैसे मंच निर्माण, सजावट और सुरक्षा के इंतजाम लगभग पूरे हो चुके हैं.
आदिवासी नेता जगलाल पाहन ने की इस आयोजन की तारीफ
आदिवासी नेता जगलाल पाहन ने कहा कि "भगवान बिरसा मुंडा हमारे प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने जनजातीय समाज के अधिकार और सम्मान के लिए अपना जीवन समर्पित किया था. यह कार्यक्रम हमारे समाज की एकता, संस्कृति और स्वाभिमान का प्रतीक होगा. जनजाति गौरव दिवस का यह आयोजन न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह झारखंड की पहचान और परंपरा को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अवसर भी है. मोराबादी में होने वाला यह आयोजन एक बार फिर लोगों को अपने इतिहास और संस्कृति से जोड़ने का काम करेगा. "
