'नीतीश के सुशासन में न फंसाया जाता है न छोड़ा जाता है,' मांझी ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर दी प्रतिक्रिया

News Ranchi Mail
0

                                                                        


 जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के सिलसिले में मोकामा के जदयू उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि नीतीश के सुशासन में न फंसाया जाता है, न छोड़ा जाता है, कानून अपना काम करेगा और कर भी रहा है. पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि यही नीतीश कुमार के बिहार का सुशासन है. न किसी को गलत तरीके से फंसाया जाता है और न ही किसी को बख्शा जाता है. कानून अपना काम करता है और कानून अपना काम कर रहा है.

'बिहार में कानून का राज कायम'
अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी पर जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि इससे साबित होता है कि बिहार में कानून का राज कायम है. चाहे कोई भी जाति या राजनीतिक दल हो, अगर कोई अपराध में शामिल पाया जाता है तो प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करता है, जबकि राजद के शासनकाल में ऐसा नहीं होता था. प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे पर मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बिहार के लिए एक अलग दृष्टिकोण है, खासकर उनकी पूर्वोदय अवधारणा के लिए. बिहार पूर्वोदय का अभिन्न अंग है और बिहार के विकास के बिना पूर्वोदय का विकास असंभव है. वह पहले भी कई बार आ चुके हैं और हमेशा नई सौगातें तथा नई पहल लेकर आए हैं. इस बार भी वह डबल इंजन वाली सरकार बनाने का संदेश देने आ रहे हैं.

दुलारचंद हत्या मामले में अनंत सिंह गिरफ्तार
मोकामा से जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह को जन सुराज कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से कुछ दिन पहले हुई है, जिससे राज्य के राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है. अनंत सिंह का विवादों से लंबा नाता रहा है. उन पर पिछले कई वर्षों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. मतदान से ठीक पहले उनकी गिरफ्तारी ने मोकामा में पहले से ही चल रहे राजनीतिक मुकाबले में एक नया मोड़ ला दिया है. यह निर्वाचन क्षेत्र लंबे समय से राजनीतिक बाहुबल और गुटीय प्रतिद्वंद्विता से जुड़ा रहा है.

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !