रविवार सुबह रांची जिले के बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव में एक दर्दनाक घटना हुई. यहां निजी मेडिकल प्रैक्टिशनर सपन दास की गला रेतकर हत्या कर दी गई. 45 वर्षीय सपन दास पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और पिछले सात साल से मतवे गांव में किराए के मकान में रहकर मरीजों का इलाज कर रहे थे. वे ग्रामीणों के बीच "बंगाली डॉक्टर" के नाम से प्रसिद्ध थे.
पुलिस के अनुसार, रविवार सुबह करीब नौ बजे दो युवक सपन दास के घर पहुंचे. कुछ देर बातचीत के बाद अचानक दोनों ने उन पर हमला कर दिया. एक युवक ने डॉक्टर को पकड़ा और दूसरे ने धारदार हथियार से उनका गला रेत दिया. हमले के बाद डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई. घटना इतनी अचानक हुई कि डॉक्टर कुछ समझ ही नहीं पाए.
हत्या के बाद दोनों आरोपी भागने लगे, लेकिन ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए एक आरोपी को पकड़ लिया. बताया गया कि पकड़ा गया युवक नशे की हालत में था. ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में लेकर थाने ले गई. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है ताकि दूसरे फरार आरोपी का पता लगाया जा सके.
बुढ़मू थाना प्रभारी नवीन शर्मा ने बताया कि हत्या की असली वजह का अब तक खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें पुरानी रंजिश या लेनदेन विवाद की भी संभावना जताई जा रही है. घटनास्थल से खून से सने कपड़े और धारदार हथियार बरामद किए गए हैं. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रांची रिम्स भेज दिया गया है.
ग्रामीणों ने बताया कि सपन दास बहुत ही सरल और मिलनसार व्यक्ति थे. वे गरीब मरीजों से बेहद कम फीस लेते थे और अक्सर निःशुल्क इलाज भी करते थे. इसी कारण गांव में उन्हें लोग ‘बंगाली डॉक्टर’ के नाम से जानते थे. उनकी हत्या की खबर से पूरा गांव सदमे में है.
घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. ग्रामीणों ने इसे निर्मम और अमानवीय बताया. लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि अपराधियों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा.
