झारखंड में बीजेपी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रुप में मनाने का ऐलान किया है. पीएम ने इसकी घोषणा 15 नवंबर को मनाने के लिए की है. इसको लेकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अजय शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने 2021 में जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की है. उसी के तहत इस बार भगवान बिरसा मुंडा की जितनी प्रतिमाएं हैं. उन सब जगहों पर श्रद्धांजलि दी जाएगी. बूथ से लेकर मंडल और जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
इसका उद्देश्य यह है कि भगवान बिरसा मुंडा द्वारा दी गई सीख को फैलाना कि हम किस तरह से उनके पथ पर चल कर झारखंड के निर्माण और विकास में सहयोग दें सकते है. इसी के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि आखिर कहां मनाएंगे जनजातीय गौरव दिवस? मणिपुर सबसे उपयुक्त स्थान होता क्योंकि मणिपुर में बीजेपी ने जनजातियों का गौरव बहुत बढ़ाया है. झारखंड में भी बढ़ाया है. सरना धर्म कोड को अब तक ठंडे बस्ते में डाल कर रखा है, जो पूरे आदिवासी समाज की मांग है.
एमपी में इन्हीं के एक नेता ने आदिवासी को मूत्र पिला दिया था. आदिवासी इनके लिए दोयम दर्जे के नागरिक है. आदिवासी समाज उनके प्राथमिकता सूची में नहीं है. जनजातीय समाज जागरूक समाज है. वो जानता है, जिनके साथ चलना है. उनके ऊपर छोड़ दिया जाए.
