बिहार के बाद झारखंड की वोटर लिस्ट में SIR प्रक्रिया होनी है. इसको लेकर सियासत खूब देखने को मिल रही है. इस कड़ी में झारखंड सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने काफी विवादित बयान दिया है. दरअसल, SIR के खिलाफ लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि अगर BLO आपके यहां आता है और आपका वोटर लिस्ट से नाम काटता है, तो उसे घर में घुसाकर ताला मार दीजिए. मैं आकर उसे खोलूंगा. मंत्री ने कहा कि यह केंद्र सरकार की साजिश है. यह साजिश बंगाल में चल रही है, लेकिन झारखंड में हम इसे लागू नहीं होने देंगे. मंत्री ने कहा कि यह आपका वोट काट रहे हैं. आपका आधार कार्ड से नाम काट रहे हैं.
मंत्री इरफान अंसारी ने जनता को भड़काते हुए कहा कि अगर आधार से नाम कट गया तो वोटर लिस्ट से भी नाम कट जाएगा और बैंक अकाउंट से भी नाम कटेगा. इरफान अंसारी के इस बयान पर सियासी उबाल आ गया है. विपक्ष ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता कमल ठाकुर ने कहा कि मंत्री जी ने ये बातें किस परिपेक्ष्य में कही हैं, मुझे जानकारी नहीं है. लेकिन बीएलओ के साथ हो जो रहा है, सरकार उस पर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि SIR का विरोध न कांग्रेस कर रही न कांग्रेस का कोई सदस्य कर रहा. इसमें जो दस्तावेज सबसे आसानी से उपलब्ध हों, उसको मान्यता देना चाहिए. मंत्री के वक्तव्य का जवाब देने के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं.
इस मामले में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अजब सरकार की गजब कहानी है. अब सरकार के मंत्री ही कह रहे हैं कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी को बंधक बना लीजिए, जबकि वे संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने आएंगे. इरफान अंसारी ने कहा है कि एसआईआर करने आने वाले राज्य सरकार के कर्मचारियों को बंधक बना लीजिए. वो जनता को आह्वान कर रहे हैं कि कानून अपने हाथ में लें. ये पूरी तरह से गैर संवैधानिक है.
इस पर झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा क SIR के खिलाफ चारो तरफ आक्रोश है और आक्रोश में इस तरह की बातें आती हैं. उन्होंने कहा कि जेएमएम कार्यकर्ताओं को भी चुस्त दुरुस्त रहने को कहा गया है. सतर्क रहने को कहा गया है. जेएमएम प्रवक्ता ने कहा कि विरोध के अपने-अपने तरीके हैं. कहीं विरोध चरम पर पहुंच सकता है, पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना है. इरफान अंसारी ने भी अपने आक्रोश की अभिव्यक्ति की है, पर संवैधानिक दायरे में रह कर विरोध करें.
