हेमंत सरकार ने बदली डेमोग्रॉफी, BJP सरकार में बाहर करेंगे बांग्लादेशी घुसपैठिए- बाबूलाल मरांडी

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झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. विपक्ष और सत्तापक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. चुनाव लड़ने के सबके अपने दावे और मुद्दे हैं. विधानसभा सीटों के समीकरण भी अलग-अलग है. इसी कड़ी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण राज्य के संथाल परगना में आदिवासियों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है. आने वाले 50 वर्षों में यहां की आदिवासी पहाड़िया समुदाय के बराबर रह जाएंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले 50 वर्षों में यहां की आदिवासी पहाड़िया समुदाय के बराबर रह जाएंगे. आदिवासी की संख्या कैसे कम हो रही है यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि यदि भारत सरकार के किए गए जनगणना पर गौर किया जाए तो यह अपने आप पता चल जाएगा कि संथाल परगना खासकर पाकुड़ और साहिबगंज में आदिवासी की जनसंख्या में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में किए गए जनगणना कि आंकड़ों को यदि देखा जाए तो क्या पता चलता है कि संथाल परगना में जहां मुसलमानों की आबादी में वृद्धि हुई है. तो वहीं आदिवासियों की आबादी घटी है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बांग्लादेश संथाल परगना से काफी नजदीक है और इसी कारण बांग्लादेशी घुसपैठ हुई है और काफी संख्या में बंग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया गया और इसके कारण यहां का डेमोग्राफी में काफी बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि राज्य सरकार एसआईटी गठन कर तुरंत जांच कराए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर राज्य सरकार पर जमकर बरसे. भाजपा का आरोप है कि बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से संथाल के कई जिलों में डेमोग्राफी बदल रही है. जिसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आदिवासियों की तेज गति से घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि 1951 की जनगणना से लेकर 2011 की जनगणना के बीच आबादी का विश्लेषण करें तो भयावह तथ्य उजागर होते हैं. 1951 में आदिवासियों की आबादी 44.69% थी जो 2011 में 16% घटकर 28.11% हो गई. जबकि मुस्लिम आबादी इस बीच 9.44%से बढ़कर 22.73% हो गई. शेष समुदाय की आबादी 43% से बढ़कर 49%ही हुई. इससे साफ समझा जा सकता है कि संथाल परगना में डेमोग्राफी किस तरह बदल रही है, खासकर राजमहल लोकसभा.वही बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है. इसके बाद जो आंकड़े सामने आए उसे आंकड़े का अध्ययन किया गया तो यह बात सामने आई की साहिबगंज और पाकुड़ में बड़ी संख्या में वोटरों का नाम डिलीट किया गया. इसकी शिकायत चुनाव आयोग को की गई है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकसभा चुनाव को देखा जाए तो विपरीत परिस्थिति एक तरह से विपक्ष के द्वारा फैलाए गए भ्रम के बीच भी भाजपा ने राज्य में 9 सीट जीतने में कामयाब हुई है. उन्होंने कहा कि यदि देखा जाए तो इंडिया गठबंधन की तुलना में भाजपा को काफी ज्यादा वोट प्राप्त हुए हैं. राज्य सरकार के कई मंत्री अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ गए हैं.  उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी ऊंचा है.

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