भू-माफिया रजिस्ट्री ऑफिस से दस्तावेज चोरी कर जमीन नाम करवाने का करता था काम, एक गलती ने कर दिया काम तमाम

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 बिहार के कटिहार जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत लूट की घटना का खुलासा कर पुलिस ने घटना में शामिल दो अन्य आरोपी को डंडखोरा थाना में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी के पास से रजिस्ट्री ऑफिस से चोरी किये गये दस्तावेज और कारतूस बरामद किया गया है. 

इस मामले में एसडीपीओ सदर 1 अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र में 19 सितंबर को मोबाइल लूट की घटना घटित हुई थी. इस मामले को लेकर वादी की शिकायत पर 4 अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध कांड सं०-222/24 धारा-309(4) एएनएस के तहत विरुद्ध दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी थी.

उक्त कांड में संलिप्त अपराध कर्मी को चिन्हित कर पुलिस नगर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर मकसूद आलम, पिता जब्बार गरभेली थाना मुफ्फसिल और कुर्बान पिता युसुफ रामपाड़ा मोमिन टोला नगर थाना निवासी को अवैध आग्नेयास्त्र के साथ नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है. इस संबंध में उनके विरुद्ध नगर थाना कांड सं०-600/24. दिनांक 19:0934- 25/1-बी)/26/35 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत दर्ज कर पुलिस ने पूछताछ की. 

एसडीपीओ ने बताया कि अपराधी के गिरफ्तारी उपरांत पूछताछ के क्रम में उन दोनों द्वारा लूट की घटना में संलिप्त अपने अन्य दो साथी का नाम बताया गया है. इसके बाद मुफस्सिल पुलिस ने डंडखोरा थाना पुलिस के सहयोग से हाजी टोला में छापेमारी कर इजहारूल खान पिता इसराईल और कॅफी उर्फ महबूब खान के घर पर छापेमारी की. इस दौरान कैफी उर्फ महबूब खान के घर से आग्नेयास्त्र और निबंधन कार्यालय, कटिहार से चोरी की गयी रजिस्टर के साथ गिरफ्तार किया गया है.

इसके बाद उनके विरुद्ध डंडखोरा थाना कांड सं.- 91/24 के तहत कांड दर्ज कर लिया गया. जब पुलिस ने निबंधन कार्यालय के दस्तावेज को लेकर पूछताछ की तो उन दोनों ने बताया है कि वे लोग रजिस्ट्री ऑफिस के कुछ स्टाफ के साथ मिलकर रजिस्ट्री ऑफिस से रजिस्टर और अन्य कागजात की चोरी किये थे. उक्त सभी रजिस्टर अपने एक अन्य साथी भास्कर खान उर्फ राजब खान पिता स्व सलीम खान हाजीटोला थाना डंडखोरा जिला कटिहार को रखने के लिए दिये थे.

पर राजब खान उर्फ रजब खान के विरुद्ध नगर थाना कटिहार में कोई कांड दर्ज होने के कारण पकड़ाने के डर से वह सभी कागजात वापस कर दिया था. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ और अभी तक के जांच से यह बात प्रकाश में आई है कि उक्त अपराधकर्मियों द्वारा निबंधन कार्यालय, कटिहार से रजिस्टर की चोरी करके उस रजिस्टर का अवलोकन करते हुए बाहर रहने वाले लोगों का पता लगाकर फर्जी तरीके से उनका जमीन केवाला कराने और जमीन का नामांतरण कराने का धंधा किया जाता है.

जिसमें निबंधन कार्यालय कटिहार और अंचल कार्यालय के कुछ कर्मी की भी मिलीभगत हो सकती है. जिसके संबंध में जांच की जा रही है. पुलिस राजब खान की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी में जुट गयी है. 

बिहार में भूमि विवाद लाइलाज मर्ज की तरह हैं. जिसे सरकार एक ओर खत्म करने में जुटी हैं तो दूसरी ओर माफिया काली आमदनी करने में जुटे हैं. कटिहार पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया हैं, जो रजिस्ट्री ऑफिस से मूल दस्तावेज की चोरी कर फिर उसके फर्जी दस्तावेज बना जमीन रजिस्ट्री करवाने का काम करता था और इससे मोटी आमदनी बनाने में जुटा था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से रजिस्ट्री ऑफिस से चोरी की गई एक दर्जन दस्तावेज बरामद की हैं. 

पुलिस के टेबुल पर यह मोटी-मोटी फाइल, कटिहार रजिस्ट्री ऑफिस के मूल दस्तावेज हैं. जिसमें इलाके के सैकड़ों लोगों के जमीन के रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन माफियाओं ने रजिस्ट्री ऑफिस के कुछ कर्मचारियों के मेलजोल से इन फाइलों की चोरी कर ली और फिर उस रजिस्टर का अवलोकन करते हुए फर्जी तरीके से जमीन केवाला करने और जमीन का नामांतरण करवाने का काम करते थे.

इस रैकेट के निशाने पर वैसे लोग होते थे जो काम के सिलसिले में हमेशा बाहर रहते थे, यह रैकेट वैसे लोगों का पता करके फिर उस जमीन का फर्जी कागजात तैयार करके जमीन पर कब्जा कर या फिर सेल डीड बना बेच मोटी रकम वसूल लेता था और इधर मूल जमीन मालिक और नया खरीददार थाना, पुलिस, कोर्ट कचहरी में फंस मुकदमे लड़ता रहता था.  

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक दर्जन मूल पंजी के अलावा दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. कटिहार पुलिस को तफ्तीश के दौरान यह बात प्रकाश में आयी हैं, जिसमें रजिस्ट्री ऑफिस के कर्मचारियों की मिलीभगत के अलावा अंचल कार्यालय के कर्मियों की भी भूमिका के इनपुट मिले है. जिसकी सघनता से जांच चल रही हैं.  इस अपराध की गंभीरता तब और बढ़ जाती जब यह माफिया बिहार में मालिकाना हक के लिये चल रहे जमीन सर्वे में फर्जी कागजातों के जरिये जमीन अपने नाम करवा लेता है. 

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